Odisha Train Accident का 'कवच' से नहीं कोई लेना-देनाः बोले रेल मंत्री- प्वॉइंट मशीन और ई-इंटरलॉकिंग असल वजह

Odisha Train Accident: दरअसल, दो जून को यह हादसा ओडिशा के बालासोर जिले में हुआ था। दो ट्रेनों की बोगियां बेपटरी होने के बाद मालगाड़ी से टकरा गई थीं। हादसे में कम से कम 288 लोगों की मौत हुई, जबकि 1,100 से अधिक लोग जख्मी हुए थे। हालांकि, रेल मंत्री ने बताया कि हादसे की असल वजह की पहचान कर ली गई है।

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में हुए ट्रेन हादसे का ‘कवच’ प्रणाली से कोई लेना-देना नहीं है। यह बात रविवार (चार जून, 2023) को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ की। उन्होंने दुर्घटना के कवच से संभावित संबंध होने से इन्कार किया। उन्होंने इसके साथ ही बताया कि असल वजह की पहचान कर ली गई है और हादसे से प्रभावित पटरियों की सामान्य सेवाओं के लिए बुधवार (सात जून, 2023) तक मरम्मत कर दी जाएगी। मीडिया से उन्होंने कहा कि हादसे की वजह ‘प्वाइंट मशीन’ और ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ प्रणाली से जुड़ी हुई है। रेलवे अपने नेटवर्क में ‘कवच’ प्रणाली उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में है, ताकि रेलगाड़ियों के आपस में टकराने से होने वाले हादसों को रोका जा सके।
बकौल रेल मंत्री, ‘‘दुर्घटना की जांच पूरी कर ली गई है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) जैसे ही अपनी रिपोर्ट देंगे तो सभी जानकारियां पता चलेंगी। इस भीषण घटना की असल वजह की पहचान कर ली गई है...मैं इस पर विस्तार से बात नहीं करना चाहता। रिपोर्ट आने दीजिए। मैं सिर्फ यह कहूंगा कि असल वजह और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि रेल दुर्घटना के करीब 300 पीड़ितों को मुआवजा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने सोरो हॉस्पिटल में मरीजों और चिकित्सकों से मुलाकात की। हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, रांची, कोलकाता तथा अन्य स्थानों से विशेष ट्रेन चलाई जा रही हैं ताकि मरीज इलाज के बाद घर लौट सकें।’’
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