2024 चुनाव से पहले NDA और विपक्ष में शक्ति प्रदर्शन, कौन किसके खेमे में, 11 प्वाइंट में जानिए
2024 चुनाव के मद्देनजर दोनों खेमों की बैठक काफी अहम मानी जा रही है। एक तरफ विपक्ष अपने खेमे में नए सहयोगी बढ़ा रहा है, वहीं एनडीए भी नए साथियों के साथ एकजुटता दिखाने जा रहा है।
NDA vs Opposition
Opposition vs NDA: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोर आजमाइश का दौर शुरू हो चुका है। एक तरफ विपक्षी दल आज से बेंगलुरू में महाबैठक कर रहे हैं, वहीं बीजेपी की अगुवाई में एनडीए भी अपनी ताकत दिखाने जा रहा है। बेंगलुरू में दो दिन तक चलने वाली विपक्ष की बैठक के बीच 18 जुलाई से एनडीए की बैठक भी होने जा रही है। 2024 चुनाव के मद्देनजर ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है और इसमें एनडीए अपने खेमे के दलों के साथ एकजुटता दिखाएगा।
बेंगलुरू में विपक्षी दलों की बैठक
- जहां विपक्षी दल एकता बनाने और भाजपा के खिलाफ संयुक्त मोर्चा पेश करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं एनडीए ने भी शक्ति प्रदर्शन के लिए दिल्ली में एक बैठक की घोषणा की है। एकजुट होकर लड़ने की अपनी रणनीति तैयार करने के लिए 26 विपक्षी दलों के शीर्ष नेता सोमवार से बेंगलुरु में दो दिवसीय बैठक में भाग ले रहे हैं।
- ये पार्टियां हैं- मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके), कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके), विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मणि)। एक महीने में विपक्षी दलों की यह दूसरी बैठक होगी।
- विपक्षी दल अपने मतभेदों को दूर करने और नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट अभियान शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी एकता का पहला प्रयास पिछले महीने हुआ था जब बिहार के मुख्यमंत्री ने 23 जून को पटना में एक बैठक बुलाई थी।
- इस बार बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी शामिल होने की संभावना है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार, डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, जेएमएम सहित अन्य शीर्ष नेता नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और आप के अरविंद केजरीवाल के साथ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इसमें भाग लेने की उम्मीद है।
- पटना बैठक में विपक्षी दलों के छह मुख्यमंत्रियों-ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल), अरविंद केजरीवाल (दिल्ली), भगवंत मान (पंजाब), हेमंत सोरेन (झारखंड), एम.के. स्टालिन (तमिलनाडु) और नीतीश (बिहार) ने राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, लालू यादव, अखिलेश यादव, सीताराम येचुरी, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती सहित कई नेताओं की मौजूदगी में एकजुटता का संकल्प लिया।
- हालांकि, आप के इस दावे के साथ दरारें भी उभरीं कि भविष्य में ऐसी किसी भी बैठक का हिस्सा बनना उसके लिए मुश्किल होगा जब तक कि कांग्रेस सार्वजनिक रूप से अध्यादेश के मुद्दे पर उसका समर्थन नहीं करती। कांग्रेस द्वारा अब दिल्ली पर केंद्र के अध्यादेश का विरोध करने की घोषणा के साथ ही बेंगलुरु बैठक में केजरीवाल के भी पहुंचने की उम्मीद है। उनके पोस्टर भी यहां नजर आने लगे हैं।
दिल्ली में एनडीए का मंथन
- विपक्षी दलों के एकजुट होने की योजना के साथ ही बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने भी 18 जुलाई को एक बैठक बुलाई है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान सहित कई नए सहयोगी और कुछ पूर्व सहयोगी एनडीए की बैठक में शामिल हो सकते हैं।
- पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सत्तारूढ़ दल सहित विभिन्न राजनीतिक नेताओं से संपर्क किया है।
- बिहार से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र सिंह कुशवाहा और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी को बैठक में शामिल होने का निमंत्रण मिला है।
- रविवार को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हुए ओबीसी नेता ओम प्रकाश राजभर के भी 18 जुलाई को एनडीए की बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। नड्डा ने क्षेत्रीय पार्टी को एनडीए का एक प्रमुख घटक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक प्रमुख भागीदार बताया।
- इसके अलावा एनडीए के कई सहयोगियों को मंगलवार की बैठक के लिए निमंत्रण मिला है, जिनमें मेघालय के मुख्यमंत्री और नेशनल पीपुल्स पार्टी के प्रमुख कॉनराड संगमा, नागालैंड के मुख्यमंत्री और नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के प्रमुख नेफ्यू रियो, केंद्रीय मंत्री अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के रामदास अठावले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे, अलग हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजीत पवार, जन सेना पार्टी (जेएसपी) के पवन कल्याण शामिल हैं।
2024 चुनाव पर नजर
बहरहाल, 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने की कवायद के बीच दोनों खेमे की बैठक हो रही है। जो आठ दल पटना में पहली विपक्षी बैठक का हिस्सा नहीं थे, वे बेंगलुरु में शिरकत कर रहे हैं। वहीं, एनडीए में भी पुराने साथियों को एकजुट करते 2024 की तैयारी में जुटी हुई है। आने वाले दिनों में और सियासी उठापटक होने की संभावना है जिसके बाद नए सियासी समीकरण जन्म ले सकते हैं।
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