'बंगाल में महिलाओं के पीटे जाने की घटनाओं पर विपक्ष की चुप्पी बेहद खतरनाक', राज्यसभा में भी PM मोदी के निशाने पर कांग्रेस
Narendra Modi Rajya Sabha Speech: राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 साल सत्ता में रहने के बाद भी किसी एक सरकार की लगातार फिर से वापसी एक ‘असामान्य’ घटना है। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार के आने वाले पांच वर्ष गरीबों के खिलाफ लड़ाई के लिए निर्णायक हैं।
- राज्यसभा में कांग्रेस और विपक्ष पर जमकर बरसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
- बंगाल में महिलाओं के साथ बदसलूकी पर विपक्ष की चुप्पी पर उठाए सवाल
- पीएम ने कहा कि ऐसी चुप्पी चिंतजानक, दुखद और बेहद खतरनाक है
Narendra Modi Rajya Sabha Speech: विपक्ष और कांग्रेस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तीखा प्रहार मंगलवार को राज्यसभा में जारी रहा। उन्होंने संदेशखाली और पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ हुई बदसलूकी और उनकी पिटाई पर विपक्ष की चुप्पी पर सवाल उठाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन घटनाओं पर विपक्ष का चयनात्मक रवैया बेहद खतरनाक हैं। संदेशखाली की तस्वीरें रोंगटे खड़ी करने वाली हैं। बंगाल में महिलाओं को सरेआम पीटा जा रहा है लेकिन विपक्ष के लोग चुप हैं। पीएम ने कहा कि बंगाल में महिलाओं के साथ हो रही इन घटनाओं पर विपक्ष के नेता अपने मुंह पर ताला लगाकर बैठे हैं जो कि दुखद और चिंताजनक है।
लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी 'असामान्य' घटना
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 साल सत्ता में रहने के बाद भी किसी एक सरकार की लगातार फिर से वापसी एक ‘असामान्य’ घटना है। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार के आने वाले पांच वर्ष गरीबों के खिलाफ लड़ाई के लिए निर्णायक हैं। उन्होंने इस लड़ाई में देश के विजयी होने के साथ ही देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करने का भरोसा भी जताया। उन्होंने कहा, ‘10 वर्षों के अखंड, एकनिष्ठ, सेवाभाव से किए गए कार्य को देश की जनता ने जी भरकर समर्थन दिया है। देश की जनता ने खूब आशीर्वाद दिए हैं।’
भ्रम की राजनीति को लोगों ने ठुकराया
उन्होंने कहा, ‘क्योंकि उन्होंने प्रोपेगेंडा (दुष्प्रचार) को परास्त कर दिया, देश की जनता ने परफॉर्मेंस (प्रदर्शन) को प्राथमिकता दी, भ्रम की राजनीति को देशवासियों ने ठुकरा दिया और भरोसे की राजनीति पर विजय की मुहर लगाई है।’राष्ट्रपति के अभिभाषण को उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें देशवासियों के लिए प्रेरणा, प्रोत्साहन भी है और एक प्रकार से ‘सत्य मार्ग’ को पुरस्कृत भी किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनावी नतीजों के आने के बाद भी कुछ लोग जानबूझकर इससे अपना मुंह फेर कर बैठे रहे, कुछ लोगों को समझ नहीं आया और जिनको समझ आया, उन्होंने हो-हल्ला कर देश की जनता के इस महत्वपूर्ण निर्णय पर छाया करने की कोशिश की।
गरीबी के खिलाफ लड़ाई में विजयी होकर रहेगा देश-पीएम
उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं पिछले दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर पराजय भी स्वीकार हो रही है और दबे मन से विजय भी स्वीकार हो रही है।’ कांग्रेस नेता जयराम रमेश पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब से नतीजे आए हैं तब से इस सदन के एक सदस्य उनकी सरकार को ‘एक तिहाई सरकार’ बता रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं, 20 और बाकी हैं। एक तिहाई हुआ है, दो तिहाई और बाकी है और इसीलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।’प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के आने वाले पांच वर्ष गरीबों के खिलाफ लड़ाई के लिए निर्णायक वर्ष हैं और यह देश गरीबी के खिलाफ लड़ाई में विजयी होकर रहेगा।
यहां भी पढ़ें- बंगाल के कंगारू कोर्ट में एक और महिला की पिटाई, पीड़िता ने दी जान, कब जागेगी ममता सरकार?
'टीयर 2 और टीयर 3 स्तर के शहर बड़ी भूमिका निभाएंगे'
उन्होंने कहा, ‘मैं पिछले 10 वर्ष के अनुभव के आधार पर बहुत विश्वास से यह कह सकता हूं।’ प्रधानमंत्री ने दावा किया कि आने वाले वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। उन्होंने कहा, ‘जब देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ने वाला है। विकास के विस्तार के अनेक अवसर उपलब्ध होने वाले हैं। जब ऐसा होगा, तब भारत के हर स्तर पर इसका सकारात्मक प्रभाव तो होगा ही, लेकिन वैश्विक परिवेश में अभूतपूर्व प्रभाव पैदा होने वाला है।’मोदी ने कहा, ‘हम आने वाले कालखंड में नए स्टार्ट-अप, नई कंपनियों का वैश्विक उभार देख रहे हैं। हमारे टीयर 2 और टीयर 3 स्तर के शहर भी ग्रोथ इंजन की बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं।’
यह भी पढ़ें- पुलिस की नौकरी छोड़कर 'भोले बाबा' बन गए कासगंज के सूरजपाल, भगवा वस्त्र नहीं सफेद सूट और टाई पहनना पसंद
विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान 26 जनवरी को संविधान दिवस मनाए जाने के फैसले का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि संविधान की प्रति हाथ में लेकर ‘घूमने वाले’ लोगों ने इसका भी विरोध किया था। सदन में मौजूद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने इस पर आपत्ति जताई और आसन से अपना पक्ष रखने का आग्रह किया। हालांकि सभापति जगदीप धनखड़ ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। प्रधानमंत्री ने हंगामे के बीच ही अपना संबोधन जारी रखा। कुछ देर बाद विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें
Cash for Job Scam: नौकरी घोटाले में अब ED की एंट्री, गोवा पुलिस से मांगी मामले से जुड़ी फाइलें; जानें क्या है पूरा मामला
संसद के अंदर विपक्ष का हंगामा और बाहर गांधीगिरी, राहुल ने राजनाथ को दिया गुलाब का फूल और तिरंगा
धनखड़ को पद से हटाने के प्रस्ताव पर राज्यसभा में भारी हंगामा, नड्डा-रिजीजू ने पूछा, सोनिया-सोरोस का क्या है संबंध?
कौन है जॉर्ज सोरोस, जिसका नाम लेकर कांग्रेस को घेर रही है BJP
दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया को बड़ी राहत, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी माग को दी मंजूरी
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited