हमारी विरासत है राम मंदिर, सपा का संबंध अतीक और मुख्तार से, सीएम योगी का अखिलेश पर निशाना

योगी आदित्यनाथ ने मिर्जापुर के मझवां विधानसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि आज प्रदेश से माफिया का अंत हुआ है जबकि सपा कार्यकाल में सिर्फ सैफई परिवार और बड़े-बड़े माफिया के परिवारों का ही विकास हुआ।

सीएम योगी का सपा पर निशाना

Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) पर तंज कसते हुए कहा कि हमारी विरासत राम मंदिर है तो सपा की विरासत खान मुबारक, अतीक और मुख्तार है। योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की नौ विधानसभा सीट के उपचुनाव के सिलसिले में प्रचार के दौरान अंबेडकरनगर के कटेहरी विधानसभा क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी धर्मराज निषाद और मिर्जापुर के मझवां विधानसभा क्षेत्र की प्रत्याशी सुचिस्मिता मौर्य के समर्थन में सभाओं को संबोधित करते हुए सपा पर तीखे तीर चलाए।

सपा की विरासत खान मुबारक, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी

सीएम योगी ने कहा, आज अयोध्या में दिव्य, भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गये हैं जिसे देखकर हर देशवासी गौरवान्वित महसूस कर रहा है, यह हमारी विरासत है। उन्होंने एक खास समुदाय के लोगों का जिक्र करते हुए कहा कि इस विरासत का सपा के लोगों ने हमेशा अपमान किया है जबकि इनकी वास्तविक विरासत खान मुबारक, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी हैं। गुजरे दो वर्षों के भीतर हरदोई जेल में निरुद्ध गैंगस्टर खान मुबारक और बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की उपचार के दौरान मौत हो गयी, जबकि पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई पूर्व विधायक अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में प्रयागराज में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार सीएम योगी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों से देश की सुरक्षा, गरीब कल्याण, अवसंरचना विकास और विरासत का सम्मान हो रहा है, जबकि 2014 से पहले इंडी गठबंधन के लोग राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ और विरासत का अपमान करते थे। अब प्रदेश में विकास के बड़े-बड़े कार्य हो रहे हैं तो विरासत का सम्मान भी हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंबेडकर नगर की धरती पर डॉक्टर लोहिया का जन्म हुआ था, लेकिन समाजवादी पार्टी डॉ. लोहिया और आचार्य नरेंद्र देव के मूल्यों और आदर्शों से भटक चुकी है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि ये महाराजा सुहेलदेव के स्मारक पर नहीं जाते हैं, क्योंकि इन्हे मुस्लिम वोट बैंक खिसकने का भय है।

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