कश्मीर में पाकिस्तान करे घात, फारूक अब्दुल्ला कहें करो बात! 'कवर फायर' क्यों?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का पाकिस्तान प्रेम एक बार फिर से जाग गया। जिस पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई और देश की संसद पर अटैक किया, उसी पाकिस्तान से फारुक अब्दुल्ला बातचीत की पैरवी कर रहे हैं। कवर फायर क्यों?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का पाकिस्तान प्रेम एक बार फिर से जाग गया। जो पाकिस्तान भारत में आतंक एक्सपोर्ट करने से बाज नहीं आता, जिस पाकिस्तान के भेजे आतंकी घाटी में लोगों का धर्म देखकर गोली मारते हैं, जिस पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई और देश की संसद पर अटैक किया, उसी पाकिस्तान से फारुक अब्दुल्ला बातचीत की पैरवी कर रहे हैं। भारत सरकार कई बार कह चुकी है कि गोली और बातचीत एक साथ नहीं चल सकती लेकिन फारुक अब्दुल्ला कह रहे हैं कि बात करने में दिक्कत क्या है। ये वही फारुक अब्दुल्ला हैं जो कह चुके हैं कि पाकिस्तान से बिना बातचीत के टारगेट किलिंग नहीं रुकने वाली। संबंधित खबरें
फारुक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान से बातचीत की पैरवी कर दी तो उधर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दो टूक कह दिया कि पाकिस्तान का मूल उद्योग आतंकवाद है और ऐसे मुल्क का भला नहीं हो सकता। कंगाल पाकिस्तान को मदद के सवाल भी जयशंकर ने साफ कहा कि सरकार कोई भी फैसला जनभावनाओं के खिलाफ जाकर नहीं लेगी।संबंधित खबरें
वैसे पाकिस्तान को आइना कुछ दिन पहले जावेद अख्तर ने ये कहकर दिखा दिया था कि भारत के गुनहगार पाकिस्तान में खुलेआम घूमते हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तानी शायर अनवर मकसूद ने तो यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान में नमक और नमक हराम दोनों ज्यादा हैं।संबंधित खबरें
भारत ने UN में एक बार फिर पाकिस्तान को लताड़ लगाई है। UN में भारत के प्रतिनिधि प्रतीक माथुर ने पाकिस्तान को उसकी हकीकत से वाकिफ कराते हुए कहा पाकिस्तान वो देश है जिसने हमेशा से ही आतंकियों को सुरक्षित पनाह दी है। संबंधित खबरें
राष्ट्रवाद के सवाल संबंधित खबरें
पाकिस्तान आतंक फैलाए और भारत बात करे ?संबंधित खबरें
'गोलीबाज' पाकिस्तान को अब्दुल्ला का 'कवर फायर' क्यों?संबंधित खबरें
आतंकवाद को लेकर सवाल क्यों नहीं करते हैं फारुक ?संबंधित खबरें
आतंकियों के साथ सहानुभूति वाली सियासत कब तक?संबंधित खबरें
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End of Article
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author
अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना च...और देखें
End Of Feed
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited