पनौती मामला: राहुल गांधी को चुनाव आयोग का नोटिस, भड़के खरगे- कह दी ये बात

Panauti case: चुनाव आयोग ने पीएम मोदी के लिए ‘पनौती’ और ‘जेबकतरे’ शब्द इस्तेमाल करने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को नोटिस भेजा। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम इसका जवाब देंगे।

राहुल को ईसी की नोटिस पर भड़के कांग्रेस अध्यक्ष खरगे (तस्वीर-फेसबुक)

Panauti case: ‘पनौती’ और ‘जेबकतरे’ शब्द कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। आयोग ने उनसे शनिवार शाम तक जवाब देने को कहा है। इस पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भड़कते हुए कहा कि भेजने दीजिए, हम इसका जवाब देंगे। यह कोई बड़ी बात नहीं है। ऐसी कोई गंभीर टिप्पणी नहीं की गई है। किसी पर इतनी गंभीर टिप्पणी नहीं हुई है लेकिन चूंकि चुनाव चल रहे हैं इसलिए हाइप बनाई जा रही है। हम नोटिस का जवाब देंगे। आज जिस तरह से वे चुनाव में डराने की कोशिश कर रहे हैं वह ठीक नहीं है। अगर वे लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं तो उन्हें एक स्तरीय खेल का मैदान देना चाहिए। इसकी जगह ईडी, सीबीआई आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है। गौर हो कि चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए ‘पनौती’, ‘जेबकतरा’ कहकर संबोधित किया था।

बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया था और कहा था कि एक वरिष्ठ नेता द्वारा इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है। निर्वाचन आयोग ने गांधी को याद दिलाया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता नेताओं को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ असत्यापित आरोप लगाने से रोकती है। कांग्रेस नेता ने राजस्थान में हाल की रैलियों में प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए ‘पनौती’, जेबकतरे ओर अन्य टिप्पणियां की थी।

कांग्रेस नेता ने राजस्थान में एक चुनावी भाषण में मोदी के खिलाफ 'पनौती' शब्द का इस्तेमाल किया था, क्योंकि प्रधानमंत्री विश्व कप क्रिकेट फाइनल में शामिल हुए थे, जिसमें टीम इंडिया टूर्नामेंट में लगातार 10 जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया से हार गया था। एक हिंदी कठबोली, पनौती का तात्पर्य ऐसे व्यक्ति से है जो दुर्भाग्य लाता है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने बुधवार को एक चुनावी भाषण के दौरान मोदी पर जेबकतरे का कटाक्ष किया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री लोगों का ध्यान भटकाते हैं जबकि उद्योगपति गौतम अडानी उनकी जेबें काटते हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि जेबकतरे इसी तरह काम करते हैं। नोटिस में चुनाव आयोग द्वारा जारी एक सामान्य सलाह को भी याद किया गया, जिसमें चुनाव पैनल ने चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक प्रवचन के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त की थी।

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