Parliament: ओवैसी की पार्टी महिला आरक्षण बिल के खिलाफ, डिंपल बोलीं- चुनाव नजदीक तो लाया गया विधेयक
PM Modi Speech Today in Parliament Special Session 2023 Updates: संसद के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद की 75 वर्षों की यात्रा एवं इसकी उपलब्धियों का बखान किया। साथ ही उन्होंने उन घटनाओं का भी जिक्र किया जिसने संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाई। पांच दिनों का विशेष सत्र 22 सितंबर तक चलेगा।
- PM Modi Speech Today in Parliament Special Session 2023, PM Modi Speech Today in Lok Sabha News In Hindi: संसद के पांच दिनों के विशेष सत्र की सोमवार को पीएम मोदी के संबोधन से हुई। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने संसद की 75 साल की यात्रा और उसमें आए उतार-चढ़ाव का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने संसद की उन घटनाओं एवं ऐतिहासिक उपलब्धियों का जिक्र किया जिसने देश के लोकतंत्र को आगे बढ़ाया। अपने भाषण की शुरुआत में पीएम ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी। अगले दिन यानी मंगलवार से (गणेश चतुर्थी) के मौके पर संसद की नई इमारत में कामकाज शुरू हो रहा है। आज पुरानी संसद में लोकसभा और राज्यसभा में सभी सांसदों को फोटो सेशन हुआ।
लोकसभा सचिवालय का नोटिफिकेशन जारी
पुराने संसद भवन को अब संविधान सदन के नाम से जाना जाएगा। इसको लेकर लोकसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि लोकसभा स्पीकर को संविधान सदन के रूप में अधिसूचित कर प्रसन्नता हो रही है।कभी सोचा नहीं था नया संसद भवन देखूंगा- एचडी देवगौड़ा
कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य देवेगौड़ा ने कहा, आज हम पुराने संसद भवन से नये संसद भवन में चले गये हैं। नये भवन में हम पुराने भवने की ढ़ेर सारी यादें ले जा रहे है, अपने महान लोकतंत्र की भावना भी नये भवन में ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि राजनीति में इतने लंबे समय तक वह रहेंगे, उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि अपने जीवनकाल में वह नया संसद भवन देखेंगे।कांग्रेस कभी महिला आरक्षण के लिए नहीं रही गंभीर- अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, भारत भर में लोग संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम की शुरूआत की सराहना कर रहे हैं। यह महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अफसोस की बात है कि विपक्ष इसे पचा नहीं पा रहा है और, इससे भी अधिक शर्मनाक बात यह है कि प्रतीकात्मकता को छोड़कर, कांग्रेस कभी भी महिला आरक्षण को लेकर गंभीर नहीं रही। या तो उन्होंने कानूनों को समाप्त होने दिया या उनके मित्र दलों ने विधेयक को पेश होने से रोक दिया। उनके दोहरे मापदंड कभी छुपेंगे नहीं, चाहे वे श्रेय लेने के लिए कितने भी स्टंट कर लें।बिल मे ओबीसी और मुस्लिम महिलाओं का भी हो आरक्षण- एसटी हसन
समाजवादी पार्टी सांसद एस. टी. हसन ने कहा, महिला आरक्षण बिल के हम समर्थन में हैं क्योंकि अभी नहीं पता कि इसमें SC/ST, OBC और मुस्लिम का आरक्षण है या नहीं। हम चाहते हैं कि इसमें भी इनका आरक्षण हो। हमारी मांग यह है कि बिल चुनाव आयोग के ऊपर ना डाला जाए बल्कि पार्टियों को जरूरी किया जाए कि वे अपने हिसाब से अपने प्रतिनिधियों को टिकट दें।ओवैसी ने किया बिल का विरोध
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने महिला आरक्षण बिल का विरोध किया। उन्होंने कहा, इससे पहले भी जब ऐसा बिल पेश हुआ था तब हमारी पार्टी ने इसका विरोध किया था। इस बिल में सबसे बड़ी कमी ये है कि इसमें OBC और मुसलमान महिलाओं के लिए कोटा नहीं रखा गया इसलिए हम इसके खिलाफ हैं।सपा ने हमेशा किया महिला आरक्षण का समर्थन
सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, सरकार को 9 साल पूरे हो गए हैं। अगर इन्हें महिला आरक्षण बिल लाना था तो ये पहले ला सकते थे। ये इसे आखिरी साल में ला रहे हैं, जब चुनाव हैं...सपा ने हमेशा इसका समर्थन किया है और हम सभी चाहते हैं कि OBC महिलाओं का भी इसमें आरक्षण निर्धारित हो क्योंकि जो आखिरी पंक्ति में खड़ी महिलाएं हैं उन्हें उनका हक मिलना चाहिए।यह 30 वर्षों का संघर्ष- शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, यह 30 वर्षों से संघर्ष रहा है। हमारे संविधान ने समानता का वादा किया है। यह विधेयक आवश्यक था...कई दलों ने 9.5 साल पहले जारी अपने घोषणापत्र के अनुसार भाजपा को अपना वादा याद दिलाया। यह देर से आया लेकिन मुझे उम्मीद है कि यह आएगा जल्द ही कार्रवाई करने के लिए। बिल में लिखा था कि यह तुरंत अधिनियमित नहीं होगा क्योंकि यह केवल परिसीमन होने के बाद ही लागू होगा। यानी 2029 तक यह आरक्षण लागू नहीं किया जाएगा।राज्यसभा में खड़गे के बयान पर हंगामा
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे बयान को लेकर हंगामा हो गया। उन्होंने कहा, ओबीसी महिलाओं को भी आरक्षण मिलना चाहिए। अनुसूचित जाति की महिलाओं की साक्षरता दर कम है और यही कारण है कि राजनीतिक दलों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत है और वे उन लोगों को नहीं चुनते हैं जो शिक्षित हैं और लड़ सकते हैं। हंमागे के बाद राज्यसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।राज्यसभा में हमारे पास बहुमत नहीं था- पीएम मोदी
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश होने के बाद पीएम मोदी ने राज्यसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, राज्यसभा में हमारे पास बहुमत नहीं था। हालांकि, हमें भरोसा था कि राज्यसभा राजनीतिक सोच से ऊपर उठकर देशहित में फैसला लेगी।राज्यसभा पहुंचे पीएम मोदी
पीएम मोदी राज्यसभा पहुंच गए हैं और वहां अपना संबोधन दे रहे हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में कहा- "हम सब के लिए आज का दिवस यादगार भी है और ऐतिहासिक भी। संविधान निर्माताओं का यह आशय रहा है कि राज्यसभा राजनीति की आपाधापी से ऊपर उठ कर गंभीर बौद्धिक विचार-विमर्श का केंद्र बने और देश को दिशा देने का सामर्थ्य यहीं से निकले।"लोकसभा स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही 20 सितंबर तक के लिए स्थगित हुई।महिला आरक्षण बिल पेश
नए संसद भवन की लोकसभा में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश कियाक्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम नए संसद भवन में प्रवेश कर रहे हैं, जब संसदीय लोकतंत्र का 'गृह प्रवेश' हो रहा है, तब यहां पर आज़ादी की पहली किरण का साक्षी है और जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा - पवित्र सेंगोल - ये वो सेंगोल है जिसको भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. नेहरू ने छुआ है ...इसलिए हमें एक बहुत ही महत्वपूर्ण अतीत से जोड़ता हैनई संसद में पीएम मोदी का प्रवेश
संविधान से साथ नई संसद पहुंचे कांग्रेस सांसद
नई संसद की ओर जाते पीएम मोदी
भारत माता की जय के नारे के साथ नई संसद में प्रवेश
पीएम मोदी के साथ सभी सांसद नई संसद पहुंचे। भारत माता की जय के नारे के साथ नई संसद में प्रवेश किया।हमारे विश्वविद्यालय दुनिया के अंदर टॉप रैंकिंग में आए- पीएम मोदी
संसद के विशेष सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय दुनिया के अंदर टॉप रैंकिंग में आए, अब हमें इसमें पीछे नहीं रहना है। अभी जब G20 में विश्व के मेहमान आए मैंने वहां नालंदा की तस्वीर रखी थी, जब मैं दुनिया के नेताओं को कहता था कि 1500 साल पहले मेरे देश में उत्तम से उत्तम विश्वविद्यालय हुआ करती थी तो वे सुनते ही रह जाते थे।अब हम सब नए संसद में जा रहे हैं, इसकी गरिमा कभी भी कम नहीं होनी चाहिए- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे सभी राष्ट्रपति महोदयों के द्वारा 86 बार यहां संबोधन दिया गया है। संसद ने बीते वर्षों में ट्रांसजेंडर को न्याय देने वाले कानूनों का भी निर्माण किया। इसके माध्यम से हमने ट्रांसजेंडर को भी सद्भाव और सम्मान के साथ नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य और बाकी सुविधाएं देने की दिशा में कदम बढ़ाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जम्मू कश्मीर शांति और विकास के रास्ते पर चल पड़ा है और नई उमंग, नए उत्साह, नए संकल्प के साथ वहां के लोग आगे बढ़ने का कोई मौका अब छोड़ना नहीं चाहते। हमने इस सदन में अनुच्छेद-370 से मुक्ति पाने, अलगाववाद एवं आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने का महत्वपूर्ण कदम उठाया। इस काम में माननीय सांसदों और संसद की बहुत बड़ी भूमिका है। जम्मू कश्मीर में इसी सदन में निर्मित संविधान लागू किया गया। Technology की दुनिया में भारत का नौजवान जिस प्रकार आगे बढ़ रहा है, वो पूरे विश्व के लिए आकर्षण और स्वीकृति का केंद्र बन रहा है। अमृतकाल के 25 वर्षों में भारत को अब बड़े कैनवास पर काम करना ही होगा। अब हम सब नए संसद में जा रहे हैं, इसकी गरिमा कभी भी कम नहीं होनी चाहिए।सामाजिक न्याय हमारी पहली शर्त है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हर छोटी चीज पर बारीकी से ध्यान देते हुए हमें आगे बढ़ना है। हमें भविष्य के लिए सही समय पर सही फैसले भी लेने होंगे। हम राजनीतिक लाभ-नुकसान के गुणा भाग में अपने आप को बंदी नहीं बना सकते। पीएम ने कहा कि हमें देश की Aspiration के लिए हिम्मत के साथ नए निर्णय करने होंगे। सामाजिक न्याय हमारी पहली शर्त है। बिना सामाजिक न्याय, बिना संतुलन, बिना समभाव के हम इच्छित परिणाम प्राप्त नहीं कर सकते। लेकिन सामाजिक न्याय की चर्चा बहुत सीमित बनकर रह गई है। हमें उसे एक व्यापक रूप में देखना होगा। देश का पूर्वी भाग समृद्धि से भरा हुआ है। लेकिन वहां के नौजवानों को रोजगार के लिए दूसरे इलाकों में जाना पड़ता है। ये स्थिति हमें बदलनी है और देश के पूर्वी भाग को समृद्ध बनाकर सामाजिक न्याय को मजबूती भी देनी है।आज दुनिया भारत के आत्मनिर्भर मॉडल की चर्चा करती है- पीएम मोदी
भारतीय अर्थव्यवस्था टॉप 3 में पहुंचकर रहेगा- पीएम मोदी
संसद के विशेष सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत पांचवी अर्थव्यवस्था पर पहुंचा है लेकिन पहले 3 के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। मैं जिस स्थान पर हूं उस जानकारी के आधार और विश्व के गणमान्य लोगों से बातचीत करता हूं उस आधार पर कह रहा हूं कि दुनिया आश्वस्त है कि भारत टॉप 3 में पहुंचकर रहेगा।दोनों सदनों ने मिलकर करीब 4000 क़ानून पास किए हैं- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भवन और उसमें भी यह सेंट्रल हॉल, एक प्रकार से हमारी भवानाओं से भरा हुआ है। हमें भावुक भी करता है और हमें कर्तव्य के लिए प्रेरित भी करता है। आजादी के पूर्व यह खंड एक तरह से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल होता था। आजादी के बाद में संविधान सभा की बैठकें यहां हुईं और संविधान सभा की बैठकों के द्वारा गहन चर्चा के बाद हमारे संविधान ने यहां आकार लिया। यहीं पर 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने सत्ता हस्तांतर किया। उस प्रक्रिया का साक्षी यह सेंट्रल हॉल है। इसी सेंट्रल हॉल में हमारे तिरंगे, राष्ट्रगान को अपनाया गया। इस एतिहासिक अवसरों पर आजादी के बाद अनेक अवसर आए जब दोनों सदनों के मिलकर भारत के भाग्य को गणने के लिए सहमती बनाई। 1952 में करीब 42 राष्ट्राध्यक्षों ने इस सेंट्रल हॉल में संबोधित किया है। हमारे राष्ट्रपति महोदयों द्वारा 86 बार संबोधित किया गया। दोनों सदनों ने मिलकर करीब 4000 क़ानून पास किए हैं।सेंट्रल हॉल को लेकर भावुक हुए पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि यह भवन और उसमें भी यह सेंट्रल हॉल, एक प्रकार से हमारी भवानाओं से भरा हुआ है। हमें भावुक भी करता है और हमें कर्तव्य के लिए प्रेरित भी करता है। आजादी के पूर्व यह खंड एक तरह से लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल होता था। आजादी के बाद में संविधान सभा की बैठकें यहां हुईं और संविधान सभा की बैठकों के द्वारा गहन चर्चा के बाद हमारे संविधान ने यहां आकार लिया। यहीं पर 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने सत्ता हस्तांतर किया। उस प्रक्रिया का साक्षी यह सेंट्रल हॉल है। इसी सेंट्रल हॉल में हमारे तिरंगे, राष्ट्रगान को अपनाया गया। इस एतिहासिक अवसरों पर आजादी के बाद अनेक अवसर आए जब दोनों सदनों के मिलकर भारत के भाग्य को गणने के लिए सहमती बनाई। 1952 में करीब 42 राष्ट्राध्यक्षों ने इस सेंट्रल हॉल में संबोधित किया है। हमारे राष्ट्रपति महोदयों द्वारा 86 बार संबोधित किया गया... दोनों सदनों ने मिलकर करीब 4000 क़ानून पास किए हैं।खरगे ने डॉ राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और बीआर अंबेडकर को किया याद
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम सभी आज यहां एक साथ ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में भारत की संसद की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। इसी सेंट्रल हॉल में संविधान सभा की बैठक 1946 से 1949 तक हुई थी। आज हम विनम्रतापूर्वक डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और बीआर अंबेडकर के योगदान को याद कर रहे हैं।नए संसद भवन में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं-पीएम मोदी
संसद के विशेष सत्र के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं। आज हम यहां विकसित भारत का संकल्प दोहराना, फिर एक बार संकल्प बद्ध होना और उसका परिपूर्ण करने के लिए जी जान से जुटने के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं।लोकसभा में आज पेश होगा महिला आरक्षण बिल
महिला आरक्षण बिल आज लोकसभा में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पेश करेंगे। बिल को सदन में पारित कराने के लिए कल 20 सितंबर को चर्चा होगी। बिल 21 सितंबर को राज्यसभा में पेश होगा।महिला आरक्षण बिल कांग्रेस का बिल है- रंजीत रंजन
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि ये कांग्रेस का बिल है। ये कांग्रेस लेकर आई थी मार्च 2010 में इसे राज्यसभा द्वारा पारित किया गया। बीजेपी को सत्ता में आए 9.5 साल हो गए हैं। चुनाव से ठीक पहले उन्हें महिला आरक्षण बिल की याद क्यों आई? आप सत्ता पाना चाहते हैं लेकिन अगर बिल सदन के सामने आएगा तो हम सब उसका स्वागत करेंगे।पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में सभी सांसदों की आखिरी बैठक
ग्रुप फोटो सेशन में पीएम मोदी मौजूद
पुराने संसद भवन में संयुक्त फोटो के लिए एकत्र हुए सांसद
कोटा के अंदर कोटा होना जरूरी- मनोज झा
महिला आरक्षण बिल पर राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि पहली बार कैबिनेट मीटिंग की कोई ब्रीफिंग नहीं हुई। हम महिला आरक्षण बिल पर सरकार की मंशा पर और स्पष्टता चाहते हैं। लालू यादव के समय से हमारी पार्टी का मानना है कि अगर आपका विचार प्रतिनिधित्व बढ़ाने का है तो यह तब तक संभव नहीं है जब तक आप एससी, एसटी और ओबीसी को कोटा नहीं देंगे। कोटा के अंदर कोटा होना जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो हमें करना होगा। सामाजिक न्याय पर लंबी लड़ाई लड़ें।प्रियंका चतुर्वेदी ने वही साड़ी पहनी जिसे पहनकर ली थी शपथ
शिवसेना(उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने जब मैंने शपथ ली था तब मैंने यही साड़ी पहनी थी और जब इस संसद भवन में आखिरी दिन है तब भी मैं वैसे ही जाना चाहती हूं जैसे मेरे लिए इसकी शुरूआत हुई थी। सदन में मेरा साढ़े 3 साल सफर रहा है इसमें हमने प्रदर्शन, बहस देखें हैं, मैंने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने एक पूरा सेशन बिताया है, सेंट्रल हॉल में दोस्ती हुई, खट्टी-मीठी यादें रही हैं। सकारात्मक भाव के साथ हम आगे बढ़ेंगे।महिला आरक्षण बिल जल्द से जल्द लाया जाए और पारित किया जाए- अधीर रंजन चौधरी
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल जल्द से जल्द लाया जाए और पारित किया जाए। महिला आरक्षण बिल की शुरुआत यूपीए और खासकर मैडम सोनिया गांधी ने की थी। इसमें इतना समय लग गया, लेकिन अगर इसे पेश किया जाए तो हमें खुशी होगी।महिला आरक्षण बिल पर जेएमएम का स्टैंड
महिला आरक्षण बिल पर जेएमएम सांसद महुआ माजी का कहा कि हम इसका स्वागत करते हैं क्योंकि हम खुद लंबे समय से इसकी मांग कर रहे हैं चूंकि मैं एक आदिवासी राज्य से हूं, इसलिए मैं चाहती हूं कि इस बिल में एससी, एसटी और ओबीसी महिलाओं को आरक्षण मिले। यदि ऐसा नहीं हुआ तो उच्च वर्ग की महिलाएं इसका सारा लाभ ले लेंगी।2014 से पहले भी संसद में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं- प्रियंका चतुर्वेदी
शिवसेना(उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि संसद में कई एतिहासिक निर्णय लिए गए हैं। देश की जनता के लिए कई निर्णय लिए गए हैं जैसे दहेज विरोधी कानून, खाद्य सुरक्षा कानून, मनरेगा, संविधान संशोधन जिसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई गई। ऐतिहासिक निर्णय 2014 से पहले भी लिए गए हैं। सिर्फ अपनी वाहवाही लूटना गैर जिम्मेदाराना है।महिला आरक्षण बिल पर सरकार को मिला बीआरएस का साथ
महिला आरक्षण विधेयक पर बीआरएस एमएलसी के कविता ने कहा कि हमें यह जानकर खुशी हुई कि हम सूत्रों से सुन रहे हैं कि कैबिनेट ने संसद में महिला आरक्षण विधेयक पेश करने को मंजूरी दे दी है। और मुझे उम्मीद है कि विधेयक बहुत जल्द पेश किया जाएगा। एकमात्र , आपत्ति या वर्तमान में हमारी एकमात्र आशंका यह है कि इस सरकार द्वारा विधेयक की प्रकृति पर खुले तौर पर चर्चा नहीं की जा रही है। सरकार की पारदर्शिता गायब है इसलिए हमें उम्मीद है कि सरकार वास्तव में एक ऐसा विधेयक लाएगी जो सभी के लिए स्वीकार्य होगा। हालांकि इस सरकार के पास अच्छा बहुमत है, वे किसी भी समर्थन के न होने के बावजूद स्वतंत्र रूप से विधेयक पारित कर सकते हैं, लेकिन फिर भी ऐसे समय में, जब पार्टियां अपने राजनीतिक हित से ऊपर उठ सकती हैं, और महिलाओं के लिए लागत का समर्थन कर सकती हैं। सरकार को सभी दलों तक पहुंचना चाहिए और आम सहमति बनानी चाहिए। अगर यह बहुत अच्छे माहौल में पारित हो जाता है, तो यह इस देश की महिलाओं को भी संकेत देगा कि संसद आपका सम्मान करती है, हर राजनीतिक दल आपका सम्मान करता है। चाहता है कि तुम ऊपर आओ। तो उस अर्थ में, हम चाहते हैं कि सरकार अधिक पारदर्शी हो। हम चाहते हैं कि सरकार अधिक समावेशी हो और विधेयक चाहे किसी भी प्रारूप में पेश किया जाए, हम उनका समर्थन करना जारी रखेंगे। बीआरएस महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन करेगा। हमने यह भी मांग की है कि 33 प्रतिशत ओबीसी कोटा बिल भी पेश किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सरकार इस पर भी काम शुरू करेगी।केंद्रीय मंत्री ने डिलीट किया पोस्ट
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने महिला आरक्षण बिल को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने संकेत दिया था कि मोदी कैबिनेट ने इस बिल को अपनी मंजूरी दे दी है। हालांकि, बाद में उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया।कल लोकसभा में पेश हो सकता है महिला आरक्षण विधेयक
सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को लोकसभा महिला आरक्षण विधेयक को पेश किया जा सकता है।महिला आरक्षण बिल को मंजूरी
सूत्रों के हवाले से सामने आ रही खबर के मुताबिक दो घंटे से अधिक समय तक चली मोदी कैबिनेट की बैठक में महिला आरक्षण विधेयक को मंजूरी दे दी गई है।© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited