सहयोग की उम्मीद लेकर खरगे से मिलने पहुंचे संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू, 24 जून से चलनी है संसद
Kiren Rijiju meets Mallikarjun Kharge: पिछले सप्ताह कार्यभार ग्रहण करने के बाद रिजिजू ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक दूसरे की टांग खींचने की जरूरत नहीं है। मंत्री ने कहा कि संसद की कार्यवाही सामान्य रूप से चलाने के लिए वह सभी के पास जाएंगे। 18वीं लोकसभा की कार्यवाही 24 जून से शुरू हो रही है।
24 जून से चलनी है संसद।
Kiren Rijiju meets Mallikarjun Kharge: केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद पहले संसद का सत्र 24 जून से शुरू होने जा रहा है। विपक्ष के बढ़ी ताकत के साथ सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है। संसदीय कामकाज में विपक्ष बाधा उपस्थित न करे और सत्र चलाने में उसका सहयोग मिले, इस उम्मीद एवं अनुरोध के साथ संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने पहुंचे। खरगे से रिजिजू की यह मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष के 10, राजाजी मार्ग पर हुई। इस मुलाकात की तस्वीर रिजिजू ने X पर शेयर की और इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया।
मुलाकात को बताया शिष्टाचार भेंट
एक्स पर मुलाकात की तस्वीर शेयर करते हुए रिजिजू ने लिखा कि आज उनकी कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे से एक शिष्टाचार भेंट हुई। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने जीवन के बहुमूल्य अनुभव साझा किए। हम लोग मिलकर देश के लिए काम करेंगे। बता दें कि पिछले सप्ताह मोदी कैबिनेट का विस्तार हुआ और रिजिजू को इस बार संसदीय कार्य मंत्री का प्रभार मिला है। संसद सुचारू रूप से चले इस सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है।
एक-दूसरे की टांग खींचने की जरूरत नहीं-रिजिजू
पिछले सप्ताह कार्यभार ग्रहण करने के बाद रिजिजू ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक दूसरे की टांग खींचने की जरूरत नहीं है। मंत्री ने कहा कि संसद की कार्यवाही सामान्य रूप से चलाने के लिए वह सभी के पास जाएंगे। 18वीं लोकसभा की कार्यवाही 24 जून से शुरू हो रही है। पहले दिन पहली बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे नेताओं को शपथ दिलाई जाएगी। साथ ही नए स्पीकर का चुनाव भी होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे।
सत्र का अवसान 3 जुलाई को होगा
समझा जाता है कि वह अगले पांच सालों के लिए नई सरकार के कामकाज की रूपरेखा भी पेश करेंगी। इस सत्र का अवसान तीन जुलाई को होगा।
इसके बाद जुलाई में आम बजट के लिए दोनों सदनों की बैठक बुलाई जा सकती है। जानकारों का मानना है कि इस बार संसद की कार्यवाही काफी हंगामेदार हो सकती है। विपक्ष पिछली बार से ज्यादा मजबूत है। वह पेपर लीक, अग्निवीर, बेरोजगारी, ईवीएम जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। राहुल गांधी पहले ही साफ कर चुके हैं कि NEET पेपर लीक का मुद्दा वह संसद में उठाएंगे।
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