देश मना रहा है विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, पीएम मोदी-शाह ने विभाजन के पीड़ितों को अर्पित की श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर पीड़ितों को याद करते हुए कहा, हम उन अनगिनत लोगों को याद करते हैं जो विभाजन की भयावहता के कारण प्रभावित और पीड़ित हुए। उन्होंने कहा कि यह उनके साहस को श्रद्धांजलि देने का भी दिन है, जो मानव प्रतिरोध की शक्ति को दर्शाता है।
पीएम मोदी
Partition Horrors Remembrance Day: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के मौके पर देश के बंटवारे के दौरान जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि आज के दिन वह राष्ट्र में एकता और भाईचारे के बंधन की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2021 में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। पीएम मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर, हम उन अनगिनत लोगों को याद करते हैं जो विभाजन की भयावहता के कारण प्रभावित और पीड़ित हुए। उन्होंने कहा कि यह उनके साहस को श्रद्धांजलि देने का भी दिन है, जो मानव प्रतिरोध की शक्ति को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने कहा, विभाजन से प्रभावित बहुत से लोगों ने अपने जीवन को नए सिरे से शुरू किया और अपार सफलता प्राप्त की। आज, हम अपने राष्ट्र में एकता और भाईचारे के बंधन की हमेशा रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराते हैं। वर्ष 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान का निर्माण एक मुस्लिम देश के रूप में किया गया था। उस दौरान लाखों लोग विस्थापित हुए थे और बड़े पैमाने पर दंगे भड़कने के कारण कई लाख लोगों की जान चली गई थी। भारत गुरुवार को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। पाकिस्तान 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है।
अमित शाह ने भी दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 1947 में भारत के विभाजन के दौरान अमानवीय पीड़ा से गुजरने वालों को बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि जो राष्ट्र अपने इतिहास को याद रखता है वह मजबूत भविष्य बना सकता है और एक शक्तिशाली देश के रूप में उभर सकता है। ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन ने 1947 में आज ही के दिन भारत का बंटवारा कर दिया था, जिससे पाकिस्तान का एक नये राष्ट्र के रूप में जन्म हुआ था। बंटवारे के बाद बड़े पैमाने पर हुए दंगों में लाखों लोग विस्थापित हुए थे और कई लोगों की जान चली गई थी।
शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर उन लाखों लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने इतिहास के सबसे क्रूर प्रकरण के दौरान अमानवीय पीड़ाओं का सामना किया, जीवन खो दिया और बेघर हो गए। उन्होंने लिखा, अपने इतिहास को स्मृति में बसाकर, उससे सीख लेकर ही एक राष्ट्र अपने मजबूत भविष्य का निर्माण कर सकता है और एक शक्तिशाली देश के रूप में उभर सकता है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयास से इस दिवस को मनाने की परंपरा राष्ट्रनिर्माण की ओर उठाया गया मजबूत कदम है।
देश के विभाजन के दौरान जान गंवाने वालों की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2021 में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के बारे में घोषणा करते हुए कहा था कि यह दिवस लोगों के संघर्ष और बलिदानों की याद में मनाया जाएगा क्योंकि बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
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