PM Modi First Address: 'मैं अपने भीतर के विद्यार्थी को हमेशा जीवित रखता हूं', पीएम मोदी ने पहले संबोधन में ऐसा क्यों कहा-Video

PM Modi First Address: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले संबोधन में कहा कि 'मैं अपने भीतर के विद्यार्थी को हमेशा जीवित रखता हूं' जानें पीएम मोदी ने पहले संबोधन में और किन बातों पर फोकस किया।

PM Modi First Address: पीएम मोदी ने अपने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने पहला संबोधन पीएमओ के अधिकारियों को दिया इसमें पीएम मोदी ने कहा, 'सफल व्यक्ति वह होता है जिसके भीतर का विद्यार्थी कभी नहीं मरता', पीएम मोदी ने इस दौरान अपने अंदर की उर्जा के राज को भी बताया, गौर हो कि पीएम मोदी ने 9 जून को तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनका कार्यालय (PMO) एक ऐसा 'उत्प्रेरक एजेंट' बन गया है, जो व्यवस्था में नयी ऊर्जा और गतिशीलता का संचार करता है। उन्होंने दावा किया 10 साल पहले यही पीएमओ शक्ति का बड़ा केंद्र हुआ करता था।प्रधानमंत्री के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के मौके पर प्रधानमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य 'राष्ट्र प्रथम' और उनकी एकमात्र प्रेरणा 'विकसित भारत' है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों से भी उनकी यही अपेक्षा है।

पीएम मोदी बोले- 'मेरा हर पल देश के लिए है'

उन्होंने भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए चौबीसों घंटे काम करने का वादा किया और कहा, 'मेरा हर पल देश के लिए है।' उन्होंने कहा कि पीएमओ सेवा का अधिष्ठान बनना चाहिए और यह जनता का पीएमओ होना चाहिए, न कि मोदी का।उन्होंने कहा, 'मैं न तो सत्ता के लिए पैदा हुआ हूं और न मैं शक्ति अर्जित करने के लिए सोचता हूं।'
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