द्रास से पाकिस्तान को PM मोदी की सीधी चेतावनी, बोले-अपनी नाकामियों से कुछ नहीं सीखा, आतंकवाद को मजबूती से कुचलेगी भारतीय सेना

PM Modi at Dras : कारगिल विजय दिवस के मौके पर द्रास पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आतंकवाद के प्रायोजकों से मैं कहना चाहता हूं कि उनके नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे। हमारे जवान पूरी मजबूती से आतंकवाद को कुचल देंगे। दुश्मन को भारतीय फौज से माकूल जवाब मिलेगा।'

द्रास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

मुख्य बातें
  • कारगिल विजय दिवस की 25 बरसी पर कारगिल के द्रास पहुंचे प्रधानमंत्री
  • शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, आतंकवाद के लिए पाकिस्तान को घेरा
  • पीएम ने कहा कि आतंकवाद को पूरी ताकत से कुचल देगी भारतीय सेना

PM Modi at Dras : कारगिल विजय दिवस पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने द्रास पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आतंकवाद को लेकर पाकिस्तानी को जमकर लताड़ लगाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते सालों में पाकिस्तान अपनी सभी नापाक साजिशों में नाकाम हुआ लेकिन उसने अपनी नाकामियों और इतिहास से कुछ सीखा नहीं है। वह आज भी आतंकवाद और छद्म युद्ध के जरिए खुद को चर्चा में बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। पीएम ने कहा कि वह ऐसी जगह से आज बोल रहे हैं जहां से आतंक के आकाओं तक उनकी बात सीधे पहुंच रही है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आतंकवाद के प्रायोजकों से मैं कहना चाहता हूं कि उनके नापाक इरादे कभी सफल नहीं होंगे। हमारे जवान पूरी मजबूती से आतंकवाद को कुचल देंगे। दुश्मन को भारतीय फौज से माकूल जवाब मिलेगा।'

जवानों की कुर्बीनी हमेशा याद रखेगा देश-पीएम

कारगिल में शहादत देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लद्दाख की यह पावन भूमि आज कारगिल विजय दिवस की 25वीं जयंती मना रही है। यह दिवस हमें बताता है कि देश के लिए जो कुर्बानी दी गई वह हमेशा अमर रहेगा। पीएम ने आगे कहा कि लद्दाख हो या जम्मू कश्मीर विकास के रास्ते में आने वाली सभी चुनौतियां हारेंगी। अगले कुछ दिनों बाद पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के खात्मे के पांच साल हो जाएंगे।

'कश्मीर में दशकों बाद सिनेमा घर खुला'

जम्मू कश्मीर के सामने एक नया भविष्य है। यहां के लोग अब सपनों के बारे में बातें कर रहे हैं। यहां बुनियादी संरचना का विकास हुआ है। लद्दाख और जम्मू एवं कश्मीर में पर्यटन का तेजी से विकास हुआ है। दशकों के बाद कश्मीर में सिनेमा हाल खुले। साढ़े तीन दशकों के बाद श्रीनगर में यहां ताजिया का जुलूस निकला। धरती का यह स्वर्ग तेजी से शांति एवं सद्भाव की तरफ लौट रहा है।

End Of Feed