PM Modi Ujjain Mahakal Lok Inauguration Updates: महाकाल कॉरिडोर को पीएम मोदी ने देश को किया समर्पित, कहा- शिव के दर्शन में ही ब्रह्मांण्ड का सर्वोच्च दर्शन
PM Modi Ujjain Mahakal Lok Inauguration Updates: महाकाल कॉरिडोर को पीएम मोदी ने देश को किया समर्पित, कहा- शिव के दर्शन में ही ब्रह्मांण्ड का सर्वोच्च दर्शन
PM Modi Ujjain Mahakal Lok Mandir Inauguration Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक गलियारे का उद्घाटन किया। राष्ट्र को समर्पित करने से पहले पीएम मोदी ने भगवान महाकाल की पूजा की। प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक धोती और गमछा पहनकर शाम छह बजे मंदिर में प्रवेश किया और गर्भगृह में महाकाल की पूजा की। उज्जैन स्मार्ट सिटी के तहत 856 करोड़ रुपये की यह परियोजना 2017 में शुरू हुई थी। 900 मीटर से अधिक लंबा ‘महाकाल लोक’ गलियारा पुरानी रुद्र सागर झील के चारों और फैला है। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के आसपास के क्षेत्र को पुनर्विकास करने की परियोजना के तहत रुद्र सागर झील को पुनर्जीवित किया गया है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में स्थापित है और यहां देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। गलियारे के लिए दो भव्य प्रवेश द्वार-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं।
भारत की दिव्यता पूरे विश्व के लिए शांति के मार्ग प्रशस्त करेगी- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीवित कर रहा है। साथ ही कहा कि हमने गुलामी के कालखंड में जो कुछ खोया, आज भारत उसे renovate कर रहा है, अपने गौरव की, अपने वैभव की पुनर्स्थापना कर रहा है। महाकाल के आशीर्वाद से भारत की भव्यता पूरे विश्व के विकास के लिए नई संभावनाओं को जन्म देगी। भारत की दिव्यता पूरे विश्व के लिए शांति के मार्ग प्रशस्त करेगी।खगोलविज्ञान, एस्ट्रॉनॉमी से जुड़े शोधों के शीर्ष केंद्र रहे हैं उज्जैन- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जो शिव 'सोयं भूति विभूषण:' हैं। अर्थात, भस्म को धारण करने वाले हैं, वो 'सर्वाधिप: सर्वदा' भी है। अर्थात, वो अनश्वर और अविनाशी भी हैं। इसलिए, जहां महाकाल हैं, वहां कालखंडों की सीमाएं नहीं हैं। महाकाल की शरण में विष में भी स्पंदन है। महाकाल के सानिध्य में अवसान से भी पुनर्जीवन है। यही हमारी सभ्यता का वो आध्यात्मिक आत्मविश्वास है, जिसके सामर्थ्य से भारत हजारों वर्षों से अमर बना हुआ है। उज्जैन जैसे हमारे स्थान खगोलविज्ञान, एस्ट्रॉनॉमी से जुड़े शोधों के शीर्ष केंद्र रहे हैं। आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ-साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीतित कर रहा है।हमारे ज्योतिलिंगों का ये विकास भारत की आध्यात्मिक ज्योति का विकास है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना से देशभर में हमारी आध्यात्मिक चेतना से ऐसे कितने ही केंद्रों का गौरव पुन: स्थापित हो रहा है। साथ ही कहा कि मैं मानता हूं, हमारे ज्योतिलिंगों का ये विकास भारत की आध्यात्मिक ज्योति का विकास है, भारत के ज्ञान और दर्शन का विकास है। भारत का ये सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंचकर विश्व के मार्गदर्शन के लिए तैयार हो रहा है। जब तक हमारी आस्था के ये केंद्र जागृत हैं, भारत की चेतना जागृत है, भारत की आत्मा जागृत है।ऑल वेदर रोड से जुड़ने जा रहे हैं चारों धाम- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार चारधाम का प्रोजेक्ट के तहत चारों धाम ऑल वेदर रोड से जुड़ने जा रहे हैं। इतना ही नहीं करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुला है, हेमकुंड साहिब रोपवे से जुड़ने जा रहा है।शिव के दर्शन में ही ब्रह्मांण्ड का सर्वोच्च दर्शन है- पीएम मोदी
काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ, बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं। आजादी के अमृतकाल में भारत ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व जैसे पंच प्राण का आहृवान किया है। इसलिए आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है। काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है।हमारी पवित्र सात पुरियों में से एक गिना जाता है उज्जैन नगर-पीएम मोदी
उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की सभ्यता और साहित्य का नेतृत्व किया
पीएम मोदी ने कहा कि उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की संपन्नता और समृद्धि का, ज्ञान और गरिमा का, सभ्यता और साहित्य का नेतृत्व किया है। साथ ही कहा कि सफलता के शिखर तक पहुँचने के लिए ये जरूरी है कि राष्ट्र अपने सांस्कृतिक उत्कर्ष को छुए, अपनी पहचान के साथ गौरव से सर उठाकर खड़ा हो।महाकाल का आशीर्वाद मिलने पर मिट जाती हैं काल की रेखाएं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी तपस्या और आस्था से जब महाकाल प्रसन्न होते हैं तो उनके आशीर्वाद से ही ऐसे ही भव्य स्वरुप का निर्माण होता है और महाकाल का जब आशीर्वाद मिलता है तो काल की रेखाएं मिट जाती हैं।उज्जैन के क्षण-क्षण में इतिहास सिमटा हुआ है- पीएम मोदी
भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है उज्जैन- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने महाकाल के सभी भक्तों को बधाई दी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आप सभी को, देश और दुनिया में महाकाल के सभी भक्तों को हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को ऊर्जा देगी- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकाल की ये भव्यता समय की सीमाओं से परे आने वाली कई पीढ़ियों को अलौकिक दिव्यता के दर्शन कराएगी। भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना को ऊर्जा देगी। मैं इस अद्भुत अवसर पर महाकाल के चरणों में शत-शत् नमन करता हूं।महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाकाल लोक में लौकिक कुछ भी नहीं है। शंकर के सानिध्य में साधारण कुछ भी नहीं है। सब कुछ अलौकिक है, असाधारण है, अविस्मरणीय और अविश्वसनीय है।श्री महाकाल लोक अद्भूत बना है- शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि श्री महाकाल लोक अद्भूत बना है। 2018 में मध्य प्रदेश की कैबिनेट ने इसका टेंडर जारी किया। बीच में 2019-2020 में थोड़ी दिक्कत आई थी, लेकिन 2020 के बाद फिर से काम तेजी से शुरू हुआ और आज पीएम ने श्री महाकाल लोक का लोकार्पण किया है।उज्जैन में सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी
316 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है 'महाकाल लोक'
महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 200 किलोमीटर दूर उज्जैन में है। कुल 856 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के पहले चरण में ‘महाकाल लोक’ को 316 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है।पीएम मोदी ने श्री महाकाल लोक राष्ट्र को किया समर्पित
महाकाल मंदिर में प्रधानमंत्री मोदी ने पूजा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को उज्जैन जिले में स्थित 'श्री महाकाल लोक' गलियारे के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करने से पहले भगवान महाकाल की पूजा की। प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक धोती और गमछा पहनकर शाम छह बजे मंदिर में प्रवेश किया और गर्भगृह में महाकाल की पूजा की। मोदी के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे।‘महाकाल लोक' के उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे केंद्रीय मंत्री रेड्डी
केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी मंगलवार शाम उज्जैन में ‘महाकाल लोक’ के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे। उज्जैन में 'महाकाल लोक' के खुलने के बाद, इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर लगभग दो करोड़ होने की उम्मीद है।पीएम नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना की
उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। उनके साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद हैं।देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है महाकालेश्वर मंदिर
देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में स्थापित है और यहां देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। गलियारे के लिए दो भव्य प्रवेश द्वार-नंदी द्वार और पिनाकी द्वार बनाए गए हैं। ये गलियारा मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाता है तथा मार्ग में मनोरम दृश्य पेश करता है। महाकाल मंदिर के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा।महाकाल लोक परियोजना से जुड़े विशेषज्ञों ने काशी, हरिद्वार, दिल्ली की यात्राएं की थीं
महाकालेश्वर मंदिर गलियारा परियोजना से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने संबंधित डिजाइन को अंतिम रूप देने के लिए वाराणसी, हरिद्वार के साथ ही दिल्ली और अहमदाबाद में अक्षरधाम मंदिरों की यात्रा की थी।उज्जैन में तैयारियां पूरी
पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपए में किया गया है विकसित
पीएम मोदी उज्जैन स्थित 856 करोड़ रुपए की महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपए में विकसित किया गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर पहुंचे
इंदौर पहुंचे पीएम मोदी, वहां से उज्जैन जाएंगे
पीएम मोदी इंदौर पहुंचे हैं वहां से उज्जैन जाएंगे। फिर महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे।महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर के उद्घाटन को लेकर रोमांचित हैं श्रद्धालु
उज्जैन सहित देश के अन्य हिस्सों के श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना को लेकर रोमांचित हैं और महाकाल लोक में प्रवेश करने को उत्सुक हैं। उज्जैन में उत्सव के माहौल के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम यहां 856 करोड़ रुपये की लागत वाली महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना से मध्य प्रदेश की इस तीर्थ नगरी में पर्यटन को खासा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।रुद्रसागर पुनरुद्धार : गंदे नाले में तब्दील हुई प्राचीन झील को महाकाल परियोजना ने ‘नया जीवन' दिया
रुद्रसागर झील में गिरती कई कॉलोनी की सीवर लाइन, ऊंची उग गई जलकुंभी से प्रभावित होती जलधारा और झील से आती दुर्गंध पवित्र नगरी उज्जैन की छवि को खराब कर रही थी लेकिन महाकाल गलियारा परियोजना से रुद्रसागर झील को ‘‘नया जीवन’’ मिला है। स्कंद पुराण में इस झील का उल्लेख मिलता है जोकि महाकालेश्वर मंदिर से सटी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि बारीकी से तैयार की गई योजना और प्रकृति-केंद्रित शहरी नीतियों के माध्यम से रुद्रसागर झील का कायाकल्प किया गया है।महाकाल की नगरी में रात नहीं बिताएंगे पीएम मोदी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को महाकाल लोक का भ्रमण कर आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। चौहान ने कहा कि महाकालेश्वर मंदिर और ‘महाकाल लोक’ के दर्शन करने के बाद रहस्यवादी और अद्भुत परिसर लोगों के दिलों में स्थायी जगह बना लेगा। इस अवसर पर मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, प्रदेश के मंत्री भूपेंद्र सिंह और मोहन यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारी ने बताया कि मोदी उज्जैन से रात करीब आठ बजे इंदौर के लिए रवाना होंगे और वहां से रात करीब नौ बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे।महाकालेश्वर मंदिर गलियारे पर कितनी रकम हुई खर्च?
प्रधानमंत्री मोदी राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 200 किलोमीटर दूर उज्जैन स्थित 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपये में विकसित किया गया है। राज्य के गृह मंत्री एवं राज्य सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी जी महाकाल लोक के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह हम सभी के लिए यादगार पल होगा। पूरा राज्य उस पल का इंतजार कर रहा है और हम सभी किसी न किसी रुप में इस आयोजन में हिस्सा लेंगे।’’गलियारे में हैं 108 स्तंभ
मंदिर के नवनिर्मित गलियारे में 108 स्तंभ बनाए गए हैं, 910 मीटर का ये पूरा महाकाल मंदिर इन स्तंभों पर टिका होगा। महाकवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूत में महाकाल वन की परिकल्पना को जिस सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है, सैकड़ों वर्षों के बाद उसे साकार रूप दे दिया गया है। राज्य सरकार मंगलवार शाम को होने वाले भव्य आयोजन को लेकर व्यापक तैयारियां कर रही है।'राजनीतिक रोटियां न सेकें भाजपा-कांग्रेस, सम्मान करें' अंबेडकर विवाद पर बोलीं BSP सुप्रीमो मायावती
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