17 घंटे काम करते हैं मोदी, आजादी के बाद न ली एक भी छुट्टी', PM की तारीफ में बोले शाह- 9 साल में इकनॉमी को 11वें नंबर से 5वें पायदान पर पहुंचाया

शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने नौ साल में 50 से ज्यादा फैसले ऐसे लिए हैं, जो युगांतकारी फैसले हैं, जो इतिहास के अंदर स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी सांसदों का पूरा भाषण सुनने के बाद मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि ये अविश्वास प्रस्ताव केवल और केवल भ्रांति खड़ी करने के लिए लाया गया है, ये प्रजा की इच्छाओं का प्रतिबिंब नहीं है।’’

प्रधानमंत्री मोदी भावुक होकर चलते हुए। (फाइल फोटो)

नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा): गृह मंत्री अमित शाह ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण को लेकर कांग्रेस सहित विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों के जीवन में नई आशा का संचार किया है, जनता को उन पर पूरा भरोसा है तथा विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव केवल और केवल भ्रांति खड़ी करने के लिए लाया गया है। शाह ने विपक्षी गठबंधन के चरित्र पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि उनका असली चेहरा तब सामने आया जब उन्होंने अपनी सरकार बचाने के लिए भ्रष्टाचार का सहारा लिया।

लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए गृह मंत्री शाह ने कहा, ‘‘ तीन बुराइयों.. भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण ने भारतीय लोकतंत्र को घेर लिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कामकाज एवं प्रदर्शन की राजनीति से इन्हें खत्म किया। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद यह एक या दूसरे रूप में अभी भी है ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने नारा दिया है, भ्रष्टाचार ‘क्विट इंडिया’, परिवारवाद ‘क्विट इंडिया, तुष्टीकरण ‘क्विट इंडिया’।’’ विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा, ‘‘ विपक्षी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का चरित्र है सत्ता के लिए भ्रष्टाचार करना जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का चरित्र है सिद्धांतों के लिए राजनीति करना।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूरे देश में घूमा हूं, कहीं भी सरकार के खिलाफ अविश्वास की हल्की सी झलक भी नहीं दिखी। मैं इस सदन के माध्यम से पूरे देश की जनता को बताना चाहता हूं कि आजादी के बाद किसी एक नेता में जनता ने सबसे अधिक विश्वास दिखाया है तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।’’ गृह मंत्री ने कहा कि अल्पमत का तो सवाल ही नहीं है, क्योंकि जो अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में बोले हैं और जो समर्थन सदन में दिखाई पड़ा है, वो बताता है कि अल्पमत का सवाल ही नहीं है।

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