10 लाख नौकरी मोदी का नया दांव 'रोजगार मेला' गुजरात से लेकर दिल्ली तक बनेगा ट्रंप कार्ड !

PM Narendra Modi will launch Rozgar Mela: अच्छे दिन के वादे के साथ 2014 में आई मोदी सरकार, अपने दूसरे कार्यकाल में बेरोजगारी के मुद्दे पर हमेशा से विपक्ष के निशाने पर रही है। पहले कोविड-19 और अब रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद बदली परिस्थितियों की वजह से बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी सरकार सहज नहीं हो पाई है।

पीएम नरेंद्र मोदी धनतेरस पर लांच करेंगे रोजगार मेला

मुख्य बातें
  • राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी बेरोजगारी के मुद्दे पर चिंता जता चुका है।
  • 2024 के लोक सभा चुनाव में बेरोजगारी बन सकता है बड़ा मुद्दा।
  • गुजरात, हिमाचल सहित 12 राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव।
Prime Minister Narendra Modi will launch Rozgar Mela: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धनतेरस (Dhanteras) के मौके पर 75 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी का नियुक्ति पत्र सौपेंगे। मोदी सरकार का यह फैसला उस समय आया है जब वह बढ़ती बेरोजगारी की वजह से न केवल विपक्ष के निशाने पर है। बल्कि भाजपा (BJP) का मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS)भी बढ़ती बेरोजगारी और अमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई पर चिंता जता चुका है। मोदी सरकार के नए प्लान के अनुसार 22 अक्टूबर (धनतेरस) से सरकार 'रोजगार मेला ' (Rozgar Mela)शुरू कर रही है। और उसकी योजना के अनुसार रोजगार मेले के जरिए 10 लाख (10 Lakh Government Jobs) लोगों की भर्तियां की जाएंगी। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2022 में केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों को निर्देश दिया था कि डेढ़ साल के अंदर 10 लाख पदों पर भर्तियां की जाएं।
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अच्छे दिन के वादे के साथ 2014 में आई मोदी सरकार, अपने दूसरे कार्यकाल में बेरोजगारी के मुद्दे पर हमेशा से विपक्ष के निशाने पर रही है। पहले कोविड-19 और अब रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद बदली परिस्थितियों की वजह से बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी सरकार सहज नहीं हो पाई है। हालात यह है कि CMIE के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर के महीने में यह 7 फीसदी से ऊपर पहुंच चुकी है। जबकि सितंबर में यह 6.43 फीसदी के स्तर पर थी। परेशान करने वाली बात यह है कि राजस्थान, बिहार, हरियाणा जैसे राज्यों में तो यह दो अंकों में पहुंच गई है।
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