PoK हमारा है और उसे कोई नहीं छीन सकता- संसद में अमित शाह के सख्त तेवर, कांग्रेस को दिखाया आइना

Amit Shah On PoK: अमित शाह ने जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस को भी जमकर धोया।

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राज्यसभा में अमित शाह का संबोधन (फोटो- संसद टीवी)

Amit Shah On PoK: संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीर को लेकर ऐसे सख्त तेवर दिखाए हैं कि पाकिस्तान हिल जाएगा। कश्मीर मामले पर गृहमंत्री अमित शाह ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि पीओके भारत है और उसे हिंदुस्तान से कोई नहीं छीन सकता।

'पीओके हमारा है'

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 पर बोलते हुए कहा कि पहले जम्मू में 37 सीटें थीं, अब नए परिसीमन आयोग के बाद 43 सीटें हैं। पहले कश्मीर में 46 थीं, अब 47 हैं और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 24 सीटें आरक्षित की गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- "पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 24 सीटें आरक्षित की गई हैं। मैं फिर से कह रहा हूं कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर हमारा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता..."

कांग्रेस को दिखाया आइना

अमित शाह ने जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस को भी जमकर धोया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के 370 वाले आज के फैसले की और ध्यान दिलाते हुए कहा- "आज (अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट का) फैसला भी आ गया है। फिर भी वे (कांग्रेस) कहते हैं कि उन्हें यह मंजूर नहीं है और अनुच्छेद 370 को गलत तरीके से हटाया गया है। मैं उन्हें नहीं बता सकता कि हकीकत क्या है।" ...अनुच्छेद 370 ने अलगाववाद को बढ़ावा दिया और अलगाववाद के कारण आतंकवाद को बढ़ावा मिला। एक गलत निर्णय लिया जा सकता है लेकिन जब इतिहास और समय साबित करता है कि निर्णय गलत है, तो देश के हित की ओर वापस आना चाहिए। मैं अब भी कहता हूं, आइए वापस आ जाओ नहीं तो अब कितने बचे हैं, ये भी नहीं रहेंगे। आज भी इस फैसले पर कायम रहना है तो जनता देख रही है- 2024 में मुंह की खानी पड़ेगी और पीएम, मोदी बनेंगे तीसरी बार के लिए।"

नेहरू को ठहराया जिम्मेदार

आगे अमित शाह ने कहा कि सभी जानते हैं कि कश्मीर के विलय में इसलिए देरी हुई थी, क्योंकि शेख अब्दुल्ला को विशेष स्थान देने का आग्रह था और इस कारण विलय में देरी हुई और पाकिस्तान को आक्रमण करने का मौका मिला। अगर असमय सीजफायर नहीं होता, तो आज पाक ऑक्यूपाइड कश्मीर नहीं होता। हमारी सेना जीत रही थी वो भाग रहे थे। नेहरू दो दिन रुक जाते तो पूरा पाक ऑक्यूपाइड कश्मीर तिरंगे के तले आ जाता।

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शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

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