असम में बाल विवाह अभियान के खिलाफ सियासी शोर, ओवैसी बोले- पतियों को जेल तो लड़कियों की देखभाल कौन करेगा

असम में बाल विवाह के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर सियासत के बीच सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि इसे किसी खास मजहब से क्यों देखा जा रहा है। जो भी लोग दोषी पाए गए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। हालांकि एआईडीयूएफ और एआईएमआईएम को असम सरकार की कार्रवाई पर ऐतराज है।

असम में इस समय बाल विवाह के खिलाफ हिमंता बिस्वा सरमा सरकार मुहिम चला रही है। अब तक चार हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। गिरफ्तारियां हुई हैं। लेकिन इस विषय पर सियासत भी हो रही है। सरकार का कहना है कि सामाजिक कुरीति को दूर करने के लिए कानूनी मदद ली जा रही है को एआईडीयूएफ के सांसद बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि 90 फीसद मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है। अब इसके खिलाफ एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन औवेसी बोल रहे हैं कि जब पति जेल चले जाएंगे तो लड़कियों की देखभाल कौन करेगा।असम सरकार ने 4000 मामले दर्ज किए, वे नए स्कूल क्यों नहीं खोल रहे हैं? असम में भाजपा की सरकार मुसलमानों के प्रति पक्षपाती है। उन्होंने ऊपरी असम में भूमिहीन लोगों को जमीन दी लेकिन निचले असम में ऐसा नहीं किया।

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अब तक 2 हजार गिरफ्तारी

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असम सरकार का कहना है कि अभियान के शुरू होते ही 2 हजार गिरफ्तारियां की गई हैं। किसी के साथ पक्षपात नहीं हो रहा है। ओवैसी के ट्वीट पर सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने पूछा कि आपको कहां से जानकारी मिली है कि सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। पहले तथ्यों को इकट्ठा करिए फिर मुंह खोलिए। असम की सरकार बेहतर काम कर रही है। शुरू में थोड़ी मुश्किल आ सकती है। लेकिन आने वाले समय में इसके नतीजे अच्छे होंगे।

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