प्रशांत किशोर को उठा ले गई पटना पुलिस, BPSC परीक्षा मुद्दे पर कर रहे थे आमरण अनशन

pfला प्रशासन द्वारा प्रशांत किशोर और उनके 150 समर्थकों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया था कि इस जगह पर उनका धरना प्रदर्शन अवैध है।

Prashant kishore

प्रशांत किशोर का अनशन

Prashant Kishor hunger strike: बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को सोमवार सुबह पटना पुलिस ने हिरासत में ले लिया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। किशोर को पटना के गांधी मैदान से जबरन हटाया गया और पुलिस द्वारा एम्बुलेंस में एम्स ले जाया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि पटना पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी प्रशांत किशोर को उनके समर्थकों के भारी विरोध और वंदे मातरम के नारों के बीच भूख हड़ताल स्थल से हटा रहे हैं।

आज अदालत में होगी पेशी

पीटीआई से बात करते हुए पटना के जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने कहा, हां, गांधी मैदान में धरने पर बैठे किशोर और उनके समर्थकों को पुलिस ने सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। अब उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशांत का धरना अवैध था, वह प्रतिबंधित स्थल के पास धरना दे रहे थे। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि पटना पुलिस ने महात्मा गांधी प्रतिमा के पास प्रतिबंधित स्थल गांधी मैदान में आमरण अनशन करने के लिए किशोर के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

प्रशांत किशोर बोले, जारी रहेगा विरोध

वहीं, प्रशांत किशोर ने कहा कि यह हमारे लिए निर्णय का विषय नहीं है कि हम इसे (विरोध) जारी रखेंगे या नहीं। हम वही करते रहेंगे जो हम अभी कर रहे हैं, इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। हम (जन सुराज पार्टी) एक मामला दायर करेंगे। 7 तारीख को हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे। इससे पहले रविवार को प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ बैठे. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव से भी विरोध का नेतृत्व करने का आग्रह किया। किशोर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष होने के नाते यादव को उनकी जगह विरोध का नेतृत्व करना चाहिए था।

प्रशांत किशोर और समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज

इससे पहले, जिला प्रशासन द्वारा प्रशांत किशोर और उनके 150 समर्थकों के खिलाफ एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया है इस जगह पर उनका विरोध अवैध है। पटना के जिला मजिस्ट्रेट चन्द्रशेखर सिंह के अनुसार, पटना हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार, गर्दनी बाग में निर्दिष्ट स्थान के अलावा किसी अन्य स्थान पर किसी धरने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित एकीकृत 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर जन सुराज संस्थापक प्रशांत किशोर गुरुवार, 2 जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे हैं।

पटना के 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा

हालाँकि, बीपीएससी ने 13 दिसंबर की परीक्षा में उपस्थित हुए उम्मीदवारों के एक चुनिंदा समूह के लिए दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया था, जिसमें प्रश्नपत्र लीक के आरोप लगे थे। शनिवार को 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई। दोबारा परीक्षा पटना के 22 केंद्रों पर हुई। कुल 12,012 उम्मीदवारों में से लगभग 8,111 उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए थे। हालांकि, शनिवार, 4 जनवरी को 5,943 छात्र दोबारा परीक्षा में शामिल हुए। बीपीएससी ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि किसी भी कदाचार के शिकायत बिना सभी केंद्रों पर पुनर्परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की गई।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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