Gallantry Awards: 11 शौर्य व 4 कीर्ति चक्र समेत सशस्त्र बलों के लिए 76 वीरता पुरस्कार, राष्ट्रपति ने दी मंजूरी
Gallantry Awards: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 76 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इनमें चार कीर्ति चक्र (मरणोपरांत), पांच मरणोपरांत सहित 11 शौर्य चक्र, दो बार टू सेना मेडल (वीरता), 52 सेना पदक (वीरता), 3 नौसेना पदक (वीरता) और चार वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने दी 76 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी
Gallantry Awards: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 76 वीरता पुरस्कारों को अपनी मंजूरी दी है। ये पुरस्कार सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF)के कर्मियों को दिए जाएंगे। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, वीरता पुरस्कारों में चार कीर्ति चक्र (मरणोपरांत) और 11 शौर्य चक्र भी शामिल हैं। पांच शौर्य चक्र मरणोपरांत हैं।
बता दें, अशोक चक्र के बाद कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र भारत के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े शांतिकालीन वीरता पुरस्कार हैं। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस 2023 की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 76 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इनमें चार कीर्ति चक्र (मरणोपरांत), पांच मरणोपरांत सहित 11 शौर्य चक्र, दो बार टू सेना मेडल (वीरता), 52 सेना पदक (वीरता), 3 नौसेना पदक (वीरता) और चार वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं।
इन लोगों को मरणोपरांत मिलेगा कीर्ति चक्र
रक्षा मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वालों में दिलीप कुमार दास, राज कुमार यादव, बब्लू राभा और संभा रॉय हैं। ये सभी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कर्मी थे। वहीं, शौर्य चक्र (मरणोपरांत) प्राप्त करने वाले पांच कर्मियों में सेना के विमानन स्क्वॉड्रन मेजर विकास भांभू और मेजर मुस्तफा बोहरा शामिल हैं। इसके अलावा राजपूताना राइफल्स के हवलदार विवेक सिंह तोमर और राष्ट्रीय राइफल्स के राइफलमैन कुलभूषण मंटा को भी यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।
राष्ट्रपति ने किया राष्ट्र को संबोधित
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को भी संबोधित किया। उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन है। चारों ओर उत्सव का वातावरण देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम केवल एक व्यक्ति ही नहीं हैं, बल्कि हम एक ऐसे महान जन-समुदाय का हिस्सा हैं जो अपनी तरह का सबसे बड़ा और जीवंत समुदाय है। यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है। जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा, हमारी अपने परिवार और कार्य-क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी होती है। लेकिन हमारी एक पहचान ऐसी है जो इन सबसे ऊपर है, और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना।'
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