27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गुजरात दौरा, सौराष्ट्र को देंगे बड़ी सौगात
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात की सरकार ने SAUNI यानी सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण इरीगेशन योजना के अंतर्गत लिंक-3 के पैकेज 8 और पैकेज 9 का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है और 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसी प्रोजेक्ट को सौराष्ट्र की जनता को समर्पित करेंगे।
पीएम मोदी
मुख्य बातें
- सौराष्ट्र की जीवनदायिनी SAUNI योजना के दो प्रोजेक्ट्स, जनता को करेंगे समर्पित
- 95 गाँवों की 52,398 एकड़ ज़मीन को सिंचाई और लगभग 98 हजार लोगों को पीने के लिए अब मिलने लगेगा नर्मदा का पानी
- SAUNI का 95% काम पूरा। अब तक 115 जलाशयों में से 95 जलाशय जोड़े गए
गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 और 28 जुलाई को गुजरात के दौरे पर रहेंगे। अपनी इस गुजरात यात्रा में प्रधानमंत्री कई विकास परियोजनाओं के साथ-साथ सौराष्ट्र के लोगों को जीवनदायिनी SAUNI योजना से संबंधित एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात की सरकार ने SAUNI यानी सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण इरीगेशन योजना के अंतर्गत लिंक-3 के पैकेज 8 और पैकेज 9 का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है और 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसी प्रोजेक्ट को सौराष्ट्र की जनता को समर्पित करेंगे।
95 गांवों के 98 हजार से अधिक लोगों को होगा लाभ
SAUNI परियोजना के तहत हाल ही में पूरे किए गए लिंक 3 के पैकेज 8 और 9 से सौराष्ट्र के 95 गांवों की 52,398 एकड़ ज़मीन को सिंचाई और लगभग 98 हजार लोगों को पीने के लिए अब नर्मदा का पानी मिल सकेगा। उल्लेखनीय है कि SAUNI परियोजना के तहत लिंक-3 के पैकेज 8 के तहत 265 करोड़ रुपए खर्च कर भादर-1 और वेरी बांध तक 32.56 किमी. लंबाई की 2500 मिमी व्यास वाली एम. एस. पाइपलाइन की फीडर एक्सटेंशन लाइन बिछाई गई है। जिससे 57 गांवों के 75,000 से अधिक लोगों को पीने के पानी और 42,380 एकड़ से अधिक ज़मीन की सिंचाई के लिए नर्मदा का पानी मिलना संभव हो जाएगा।
SAUNI Project
इसी क्रम में, लिंक 3 के पैकेज 9 की बात करें तो 129 करोड़ रुपए खर्च कर आजी-1 बांध और फोफल-1 बांध तक 36.50 किमी. लंबाई की 2500 मिमी व्यास वाली एम. एस. पाइपलाइन की फीडर एक्सटेंशन लाइन बिछाई गई है। जिससे 38 गांवों की 10018 एकड़ से अधिक ज़मीन को सिंचाई और 23,000 से अधिक लोगों को पीने के पानी के लिए नर्मदा का पानी मिलना संभव हो जाएगा।
सौराष्ट्र की जीवनदायिनी SAUNI योजना के महत्व के बारे में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा, SAUNI प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजना है। जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने इस परियोजना को परिकल्पित किया था। इस परियोजना के अतंर्गत पिछले 7 वर्षों में 1203 किलोमीटर की पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है और 95 जलाशयों, 146 गांव के तालाबों और 927 चेक बांधों में कुल अनुमानित 71206 मिलियन क्यूबिक फीट पानी उपलब्ध कराया जा चुका है, जिससे लगभग 6.50 लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं में सुधार हुआ है और लगभग 80 लाख की आबादी को पीने के लिए मां नर्मदा का पानी मिलने लगा है।
क्या है SAUNI योजना, और क्यों है सौराष्ट्र के लिए बहुत खास
SAUNI यानी सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई योजना, सौराष्ट्र क्षेत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण, और जीवनदायिनी परियोजना है। इसके तहत, नर्मदा नदी में आने वाले अतिरिक्त 1 मिलियन एकड़ फीट (43,500 मिलियन क्यूबिक फीट) पानी को सौराष्ट्र के 11 सूखाग्रस्त जिलों के 115 मौजूदा जलाशयों में भरने की योजना है।
इस परियोजना के पूरे होने पर 970 से अधिक गांवों की 8,24,872 एकड़ क्षेत्र को सिंचाई और 82 लाख लोगों को पीने के पानी के लिए नर्मदा के पानी की सुविधा मिलेगी। उल्लेखनीय है कि 18,563 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किए जा रहे SAUNI परियोजना का 95% कार्य पूरा हो चुका है, और शेष कार्य पर भी तेज गति से काम जारी है।
सौराष्ट्र की भौगोलिक संरचना ऐसी है कि यहां का भूजल स्तर भी काफी कम है और जलाशयों की स्टोर करने की कैपसिटी कम होने के कारण वर्षा का पानी भी ज्यादा स्टोर नहीं किया जा सकता है। साथ ही, यहां वर्षा भी कम और अनियमित तरीके से होती है। इस समस्या के स्थायी समाधान स्वरूप तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने SAUNI की परिकल्पना की और आज यह सौराष्ट्र के लोगों के लिए जीवनदायिनी परियोजना साबित हो रही है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
End of Article
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल author
अक्टूबर 2017 में डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में कदम रखने वाला टाइम्स नाउ नवभारत अपनी एक अलग पहचान बना च...और देखें
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited