Punjab: सुखबीर सिंह बादल के सामने फायरिंग करने वाले नारायण सिंह चौड़ा की बढ़ी पुलिस रिमांड, 16 दिसंबर को फिर होगी पेशी

अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के बाहर शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाने वाले नारायण सिंह चौड़ा की पुलिस रिमांड 2 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। स्थानीय अदालत ने शनिवार को नारायण सिंह चौड़ा की पुलिस हिरासत बढ़ा दी है। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) जसपाल सिंह ने कहा कि सभी दलीलें सुनने के बाद, अदालत ने हमें दो दिन की और पुलिस रिमांड दी है।

नारायण सिंह चौड़ा फिर बढ़ी पुलिस रिमांड

Sukhbir Singh Badal: अमृतसर के गोल्डन टेंपल के बाहर शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाने वाले नारायण सिंह चौड़ा की पुलिस रिमांड 2 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। अमृतसर कोर्ट ने शनिवार को स्वर्ण मंदिर परिसर में 4 दिसंबर को शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के नेता सुखबीर सिंह बादल पर कथित हत्या के प्रयास के आरोपी नारायण सिंह चौड़ा की रिमांड 2 दिन और बढ़ा दी है। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) जसपाल सिंह ने कहा कि सभी दलीलें सुनने के बाद, अदालत ने हमें दो दिन की और पुलिस रिमांड दी है। आरोपी का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील जगदीप सिंह रंधावा ने कहा कि नारायण सिंह चौड़ा को अगली बार 16 दिसंबर को अदालत में पेश किया जाएगा।

16 दिसंबर को फिर कोर्ट में होगी नारायण सिंह चौड़ा की पेशी

रंधावा ने कहा कि आज पुलिस ने पांच दिन की रिमांड मांगी, लेकिन दो दिन की रिमांड मिली। पुलिस ने अदालत में दलील दी कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) से अभी भी कुछ सीसीटीवी फुटेज हासिल करने की जरूरत है। हमने दलील दी कि यह मामला एसजीपीसी और जांच एजेंसी के बीच का है, और नारायण सिंह की आगे की रिमांड की जरूरत नहीं है। अब उन्हें 16 दिसंबर को पेश किया जाएगा।

4 दिसंबर को स्वर्ण मंदिर परिसर में सुखबीर सिंह बादल पर हत्या का प्रयास किया गया था। हमले के बावजूद, बादल ने अपने धार्मिक कर्तव्यों को फिर से शुरू किया और भारी सुरक्षा के तहत आनंदपुर साहिब में तख्त श्री केसगढ़ साहिब में 'सेवा' की। शिअद नेताओं ने अपने पार्टी प्रमुख पर हमले को लेकर पंजाब सरकार की आलोचना की है और आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह हमला हमारे धर्म के सबसे पवित्र स्थल पर हुआ। आरोपी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?" दलजीत सिंह चीमा ने जांच पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि जांच अधिकारी एक हिस्ट्रीशीटर के साथ घूमते नजर आ रहे हैं। जिनकी जांच होनी चाहिए, वे ही इस जांच का नेतृत्व कर रहे हैं। पंजाब में कानून-व्यवस्था बिल्कुल नहीं है।

End Of Feed