मणिपुर, अल्पसंख्यक, जासूसी और INDIA vs Bharat... इन 5 सवालों पर क्या बोले राहुल गांधी?
NDA vs I.N.D.I.A. : लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन में शामिल सभी पार्टियां अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार को मणिपुर के मुद्दे पर घेरते हैं। नफरत का बाजार लगाने का आरोप लगाते हैं। इस बीच उन्होंने इन पांच सवालों का जवाब दिया।
राहुल गांधी ने इन पांच सवालों का जवाब देते हुए मोदी सरकार पर साधा निशाना।
Rahul Gandhi On Manipur: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार मणिपुर के मुद्दे पर सरकार को घेरा है। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल पार्टियों के नेताओं ने अपनी-अपनी कमर कस ली है। चुनावी बिगुल बजने से पहले सभी ने अपनी एड़ी-चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। इसी बीच राहुल गांधी ने बातचीत के दौरान 5 अहम सवालों का जवाब दिया।
1). मणिपुर के मुद्दे पर क्या बोले राहुल गांधी?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मणिपुर को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि "हम डेमोक्रेटिक राइट्स, शांति और सौहार्द के पक्ष में हैं। इसी उद्देश्य के लिए मैंने 4000 किलोमीटर की यात्रा की। मुझे लगता है कि भारत में ये भाव है कि हमारे देश के डेमोक्रेटिक और इंस्टीट्यूशनल स्ट्रक्चर (Institutional Structure) पर हमला हो रहा है। ये हमला उन लोगों द्वारा हो रहा है, जो इस समय इंडिया को चला रहे हैं। हर व्यक्ति जो इंडिया को समझता है वो ये जानता है। भारत में लोकतंत्र की लड़ाई हमारी है, ये हमारी जिम्मेदारी है।"
2). मुसलमानों और अल्पसंख्यकों राहुल ने कही ये बात
राहुल से जब ये सवाल पूछा गया कि क्या भारत में मुस्लिमों और क्रिश्चियन के साथ भेदभाव हो रहा है, मौजूदा स्तिथि क्या है? इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि "निश्चित तौर पर भारत में भेदभाव और हिंसा में बढ़ोत्तरी हुई है और डेमोक्रेटिक संस्थाओं पर असॉल्ट भी हो रहा है। भारत के अंदर और बाहर इस पर चर्चा भी हो रही है. Of course Minorities Are Under Attack और भी समुदाय दलित, ट्राइबल और लोअर कास्ट के लोगों पर भी हमले हो रहे हैं।"
3). राहुल गांधी बोले- संविधान के मुल को बदला जा रहा
राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में ये भी दावा किया कि "हमारे देश के मूल स्वभाव को बदलने का एक प्रयास किया जा रहा है। हमारा देश संविधान में यूनियन ऑफ स्टेट्स के तौर पर जाना जाता है और हमारा विश्वास है की हमारी यूनियन का सबसे आलोचनात्मक पहलू (Critical Aspect) है मेंबर्स ऑफ यूनियन के बीच बातचीत और इससे अलग एक विजन है। बीजेपी का विजन है कि सत्ता सेंट्रलाइज्ड होनी चाहिए और मेंबर्स ऑफ यूनियन के बीच वार्तालाप को दबाया जाए। दोनों विजन के बीच की लड़ाई को मैं महत्मा गांधी के विजन Vs नाथूराम गोडसे के विजन की तरह देखता हूं।"
4). कौन कर रहा था राहुल गांधी की जासूसी?
राहुल से जब ये सवाल पूछा गया कि "आपने पहले कहा था कि भारत सरकार आपकी जासूसी करा रही है, क्या अभी भी आपकी जासूसी की जा रही है?" उन्होंने इसके जवाब में कहा कि "पेगासस मेरे फोन में था ये सबको पता है. मुझे नहीं पता कि मुझे कैसे ट्रैक किया जा रहा है लेकिन निश्चित तौर पर मुझे ट्रैक किया जा रहा है।" उन्होंने आगे बोला कि कश्मीर इंडिया का अभिन्न हिस्सा है। मुझे लगता है कि डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूशंस को प्रोटेक्ट करने की जरूरत है। ये भारत के हर हिस्से पर लागू होता है।
5). क्या सच में नाम बदल रहा है? राहुल ने कही ये बात
राहुल गांधी से ये सवाल पूछा गया कि India vs भारत की बात हो रही है, क्या सच में नाम बदल रहा है? इसके जवाब में उन्होंने बोला कि मुझे नहीं पता ये तो आप प्रधानमंत्री से पूछिए। मैं पूरी तरह उन नामों से खुश हैं जो अभी हमारे पास हैं। India that is Bharat works perfectly well for me. मुझे लगता है कि ये सरकार के पैनिक रिएक्शंस हैं। सरकार में थोड़ा डर है। ये distraction tactics हैं। हमने अपने गठबंधन के लिए India नाम रखा है। इसने प्रधानमंत्री को इतना परेशान कर दिया है कि वो देश का नाम ही बदलना चाहते हैं। जब भी हम अडानी का मुद्दा उठाते हैं PM किसी नई डायवर्सन tactic के साथ सामने आ जाते हैं।
(इनपुट- गौरव श्रीवास्तव)
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