दिल्ली वाले बंगले में नहीं रहेंगे राहुल गांधी, 12 तुगलक लेन वाले सरकारी आवास को लेने से इंकार
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी संसद सदस्यता बहाल होने के बाद भी 12 तुगलक लेन वाले बंगले में नहीं रहेंगे उन्होंने दोबारा वहां रहने से मना कर दिया है।
दिल्ली वाले बंगले में नहीं रहेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लोकसभा सदस्यता (Lok Sabha Membership) बहाल हो गई है, जिसके बाद उन्हें पुराना बंगला 12 तुगलक लेन भी आवंटित कर दिया गया है लेकिन बताते हैं कि अब राहुल गांधी ने अपना पुराना बंगला लेने से इनकार कर दिया है।
राहुल ने इसके लिए लोकसभा हाउसिंग सोसायटी को पत्र लिखा है, सूत्रों के मुताबिक राहुल 7 सफदरजंग के पास कोई बंगला देख रहे हैं। गौर हो कि 8 अगस्त को राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद लोकसभा की हाउसिंग सोसायटी ने उन्हें 12 तुगलक लेन वाला बंगला आवंटित किया था।
'पूरा हिंदुस्तान मेरा घर है'
इससे पहले इस मामले को लेकर जब उनसे इस सरकारी बंगले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पूरा हिंदुस्तान मेरा घर है।यह बंगला राहुल गांधी को तब दिया गया था जब वह पहली बार अमेठी से सांसद चुने गए थे। वह पिछले 19 सालों से सांसद के रूप में इसी 12 तुगलक लेन में रह रहे थे।
'चंद्रयान-3 की सफल ‘लैंडिंग' वैज्ञानिक समुदाय की प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिणाम'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चंद्रयान-3 की सफल 'लैंडिंग' को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की शानदार उपलब्धि करार देते हुए बुधवार को कहा कि यह सफलता वैज्ञानिक समुदाय की प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिणाम है।इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर 'विक्रम' और रोवर 'प्रज्ञान' से लैस एलएम की सॉफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ।
'आज की शानदार उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई'
राहुल गांधी ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'आज की शानदार उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई। चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की 'सॉफ्ट लैंडिंग' हमारे वैज्ञानिक समुदाय की दशकों की जबरदस्त प्रतिभा और कड़ी मेहनत का परिणाम है।' उन्होंने यह भी कहा, '1962 के बाद से भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम नई ऊंचाइयों को छू रहा है और सपने देखने वाली युवा पीढ़ियों को प्रेरित कर रहा है।'
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
End of Article
रवि वैश्य author
मैं 'Times Now नवभारत' Digital में Assistant Editor के रूप में सेवाएं दे रहा हूं, 'न्यूज़ की दुनि...और देखें
End Of Feed
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited