भारत में सिखों की स्थिति पर राहुल गांधी के बयान पर मचा घमासान, बीजेपी बोली याद है 1984 का नरसंहार?

लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी अमेरिका में सिख धर्म पर दिए बयान को लेकर विवादों में हैं, बीजेपी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों का मुद्दा उठाया है।

लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो)

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वर्जीनिया के हर्नडन में एक कार्यक्रम के दौरान सिख समुदाय को संबोधित करते हुए भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया। कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम में सिखों का उदाहरण देते हुए भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर अपनी टिप्पणी से राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया।
राहुल गांधी ने अमेरिका के वर्जीनिया में एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को पगड़ी पहनने दी जाएगी... क्या एक सिख को कड़ा पहनने या गुरुद्वारे जाने की इजाजत होगी। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है।

बीजेपी ने याद दिलाए सिख दंगे

सिखों पर गांधी की टिप्पणी की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने तीखी आलोचना की। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा, '1984 में दिल्ली में 3,000 सिखों का कत्लेआम किया गया, उनकी पगड़ियाँ उतार दी गईं, उनके बाल काट दिए गए और उनकी दाढ़ी मुंडवा दी गई। उन्होंने यह नहीं बताया कि यह सब तब हुआ जब कांग्रेस सत्ता में थी।' उन्होंने गांधी पर सिख समुदाय के साथ कांग्रेस पार्टी के अपने इतिहास को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। सिंह ने गांधी को भारतीय धरती पर अपनी टिप्पणी दोहराने की चुनौती दी और कानूनी नतीजों की चेतावनी दी। सिंह ने कहा,'मैं उनके खिलाफ मामला दर्ज करूंगा और उन्हें अदालत में घसीटूंगा।'
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