लंदन की धरती से 'लोकतंत्र खतरे' का राग, राहुल गांधी बोले- मेरे भी फोन में था पेगासस

कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में लेक्चर के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत के बहुधर्मी, बहुभाषी समाज पर नियोजित तरीके से हमला किया जा रहा है। वो नरेंद्र मोदी के इस विचार से सहमत नहीं है कि हर एक काम किसी एक के हाथ में नियंत्रित हो।

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लंदन दौरे पर हैं राहुल गांधी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों लंदन में हैं। कैंब्रिज विश्वविद्यालय में उन्होंने भारत में लोकतंत्र, कश्मीर की बात और मौजूदा सरकार के बारे में खुलकर अपनी राय रखी। राहुल गांधी से पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में सवाल किया गया कि सवाल उन्होंने अच्छा काम क्या किया है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर आप देखें तो महिलाओं को गैस सिलेंडर देना, बैंक अकाउंट खोलना यह अच्छी चीज है। लेकिन जिस तरह की बुनियाद वो रख रहे हैं वो सही नहीं।नरेंद्र मोदी भारत की पहचान को बर्बाद कर रहे हैं। वो एक ऐसा विचार थोपने का काम कर रहे हैं जो भारत को आगे लेकर नहीं जाएगा। बहुभाषी, बहुधर्मी में केवल अपने विचारों को प्राथमिकता देने से काम नहीं चलने वाला।यहां पर सिख समाज के लोग बैठे हुए हैं, हमारे यहां मुस्लिम, ईसाई हैं। अलग-अलग भाषाएं है। लेकिन वो कहते हैं ये लोग भारत में दूसरे दर्ज के नागरिक हैं इस सोच को मैं नहीं मानता।

'मेरे फोन में था पेगासस'

राहुल गांधी ने दावा किया कि इजरायली स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल उनके फोन में जासूसी करने के लिए किया जा रहा था। उन्हें खुफिया अधिकारियों ने फोन पर बात करते समय सावधान रहने की चेतावनी दी थी क्योंकि उनकी कॉल रिकॉर्ड की जा रही थी। बड़ी संख्या में राजनेताओं के फोन पर पेगासस था। मुझे खुफिया अधिकारियों ने फोन किया था जिन्होंने मुझसे कहा था कि कृपया इस बात से सावधान रहें कि आप फोन पर क्या कह रहे हैं क्योंकि हम एक तरह से रिकॉर्ड कर रहे हैं। इस तरह से उस निरंतर दबाव को हम महसूस करते थे। मेरे के खिलाफ कई आपराधिक मामले हैं जिन्हें किसी तरह से आपराधिक नहीं कहा जा सकता है। पिछले साल अगस्त में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति सरकार द्वारा जासूसी के लिए कथित तौर पर पेगासस का उपयोग करने के आरोपों की जांच करने के लिए गठित की गई थी उसने निष्कर्ष निकाला था कि उसके द्वारा जांचे गए 29 मोबाइल फोन में स्पाइवेयर नहीं पाया गया था, लेकिन मैलवेयर पाया गया था। पांच मोबाइल फोन में।पीठ ने समिति की रिपोर्ट को पढ़ते हुए कहा था कि हम तकनीकी समिति की रिपोर्ट के बारे में चिंतित हैं। 29 फोन दिए गए और पांच फोन में कुछ मैलवेयर पाए गए लेकिन तकनीकी समिति का कहना है कि इसे पेगासस नहीं कहा जा सकता है।

खतरे में लोकतंत्र

राहुल ने आरोप लगाया कि देश में संसद प्रेस और न्यायपालिका पर दबाव डाला जा रहा है। हर कोई जानता है और यह बहुत खबरों में है कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और हमले में है। मैं भारत में एक विपक्षी नेता हूं। लेकिन आवाज दबाने की कोशिश लगातार हो रही है। संस्थागत ढांचा जो लोकतंत्र के लिए आवश्यक है. संसद स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका सब पर एक तरह का दबाव है। हम भारतीय लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कांग्रेस प्रेजेंटेशन स्लाइड में खुद की एक तस्वीर साझा करते हुए जिसमें वह पुलिस कर्मियों द्वारा पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को संसद भवन के सामने बात करने के लिए बस खड़े होने के लिए जेल में बंद किया गया था। आप उस तस्वीर को देख सकते हैं जो संसद भवन के सामने ली गई है। विपक्षी नेता हम वहीं खड़े थे कुछ मुद्दों के बारे में बात कर रहे थे, और हमें जेल में डाल दिया गया था। ऐसा 3 या 4 बार हुआ है। यह अपेक्षाकृत हिंसक रूप से हुआ है। आपने अल्पसंख्यकों और प्रेस पर हमलों के बारे में भी सुना है।

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रंजीता झा author

13 साल के राजनीतिक पत्रकारिता के अनुभव में मैंने राज्य की राजधानियों से लेकर देश की राजधानी तक सियासी हलचल को करीब से देखा है। प्लांट की गई बातें ख़बरे...और देखें

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