ट्रेंड में राहुल गांधी की हॉफ T-Shirt ,क्या कम ठंड का इस प्रोटीन से है रिश्ता

Rahul Gandhi on T Shirt: नेशलन लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी रिपोर्ट के अनुसार जिन लोगों के मसल में एल्फा एक्टिनिक 3 नाम का प्रोटीन कम होता है, उन लोगों में ठंड झेलने की शक्ति बाकी लोगों से बेहतर होती है। दुनिया में इस तरह के 150 करोड़ लोग हैं, जिनमें एल्फा एक्टिनिक 3 प्रोटीन की कमी पाई जाती है।

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राहुल गांधी

Rahul Gandhi on T Shirt:कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर ठंड और टी शर्ट कनेक्शन पर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि फिलहाल टी-शर्ट ही चल रही है और जब तक चल रही है चलेगी। असल में दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इसके बावजूद राहुल गांधी दिल्ली पहुंची भारत जोड़ो यात्रा में बिना स्वेटर और जैकेट के नजर आ रहे हैं। वह पिछले दिनों हॉफ टी-शर्ट पहने हुए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी के समाधि स्थल पहुंचे। ऐसे में उनकी टी शर्ट सोशल मीडिया से लेकर राजनीति का चर्चा बन गई है।

कोई योगी तो कोई तपस्वी बता रहा है

राहलु गांधी के इस नए रूप पर कांग्रेस नेता रिया चौधरी उनकी तस्वीर शेयर कर उन्हें योगी बताया था। उन्होंने लिखा कि दिसंबर की कड़कती ठंड में भी केवल एक टीशर्ट पहने अलसुबह यात्रा पर चलने वाला कोई योगी ही हो सकता है। इसी तरह बिहार के नेता पप्पू यादव ने भी राहुल के बारे मे लिखा कि सच में राहुल तपस्या कर रहे हैं। इस ठंड में नंगे पांव, महज टी शर्ट में क्या देश को भ्रष्ट तानाशाह से मुक्ति दिलाने का संकल्प है।

ये प्रोटीन बनता है ठंड कम लगने की वजह

नेशलन लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी रिपोर्ट के अनुसार जिन लोगों के मसल में एल्फा एक्टिनिक 3 नाम का प्रोटीन कम होता है, उन लोगों में ठंड झेलने की शक्ति बाकी लोगों से बेहतर होती है। दुनिया में इस तरह के 150 करोड़ लोग हैं, जिनमें एल्फा एक्टिनिक 3 प्रोटीन की कमी पाई जाती है। स्टडी के अनुसार ऐसे में लोगों में ठंड कम लगने की एक बड़ी वजह यह प्रोटीन बनता है। हालांकि राहुल गांधी के संबंध में ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

एक्सरसाइज का भी फायदा

रोजाना एक्सरसाइज करने वालों का मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है। इसलिए ऐसे लोगों को ठंड ज्यादा नहीं लगती है।भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी भी लगातार कई किलोमीटर तक पैदा चल रहे हैं। इसकी वजह से भी लोगों को ठंड का अहसास कम होता है।

नर्वस सिस्टम का भी असर

वैज्ञानिकों के अनुसार ठंड या गर्मी महसूस करने में हमारे नर्वस सिस्टम का अहम रोल होता है। ऐसे में अगर नसों का वो रास्ता जिससे मस्तिष्क को संदेश मिलता है, उसमें कोई डैमेज हो जाए तो मस्तिष्क के जरिए व्यक्ति को ठंड या गर्मी का संदेश नहीं जाता है।

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प्रशांत श्रीवास्तव author

करीब 17 साल से पत्रकारिता जगत से जुड़ा हुआ हूं। और इस दौरान मीडिया की सभी विधाओं यानी टेलीविजन, प्रिंट, मैगजीन, डिजिटल और बिजनेस पत्रकारिता में काम कर...और देखें

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