बीच में ही राहुल गांधी छोड़ना चाहते थे भारत जोड़ो यात्रा, जानें वजह

कांग्रेस पार्टी ने सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में कन्याकुमारी से लेकर श्रीनगर तक भारत जोड़ो यात्रा को संपन्न किया। इस यात्रा में कई तरह के उतार चढ़ाव आए। पार्टी के महासचिव के सी वेणुगोपाल का कहना है कि सभी बाधाओं को पार कर भारत को एक सूत्र में पिरोने की कोशिश की गई।

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी

भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस को उम्मीद है कि यह ना सिर्फ कार्यकर्ताओं में जोश भरने में कामयाब रही है बल्कि सियासी लड़ाई को आगे बढ़ाने में मदद भी देगी। 30 जनवरी 2022 को इस यात्रा का औपचारिक समापन हुआ। लेकिन अब पता चला कि राहुल गांधी बीच में ही इसे छोड़ना चाहते थे। अब इस सवाल का जवाब संगठन के जनरल सेक्रेटरी के सी वेणुगोपाल ने दिया है। उनके मुताबिक राहुल गांधी यात्रा के तीसरे दिन केरल में वो घुटनों के दर्द से बेहद परेशान थे। घुटनों में दर्द इतना अधिक था कि उन्होंने सुझाव दिया कि उनके बिना ही यात्रा को आगे बढ़ाया जाए। इस संबंध में प्रियंका गांधी ने भी कॉल की थी।

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घुटनों में दर्द से परेशान थे राहुल गांधी

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के सी वेणुगोपाल बताते हैं कि कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा तीसरे दिन जब केरल पहुंची तो राहुल गांधी के घुटनों का दर्द ज्यादा बढ़ गया था। रात में उन्हें बुलाकर अपने स्वास्थ्य के बारे में बताया। इस बीच प्रियंका गांधी का भी कॉल आया और उन्होंने भी राहुल गांधी के बगैर यात्रा को आगे बढ़ाने का सुझाव दिया। तनाव के बीच वो किसी दैवीय हस्तक्षेर की प्रार्थना कर रहे थे क्योंकि इतनी बड़ी यात्रा राहुल गांधी के बगैर संभव भी नहीं थी। राहुल गांधी की सलाह पर एक फिजियोथिरेपिस्ट को उपचार के लिए शामिल किया गया। उसके इलाज से दर्द खत्म हुआ और यात्रा अपने मंजिल को हासिल करने में कामयाब रही।

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