अमेठी से आम चुनाव लड़ेंगे राहुलः प्रियंका बनारस से PM के खिलाफ ठोंक सकती हैं ताल- बोले UP कांग्रेस चीफ

Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश के कांग्रेस चीफ ने पत्रकारों से दावा किया कि कांग्रेस का जलवा न सिर्फ साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बल्कि हर चुनाव में उनके दल का परचम लहराएगा। यह हमारा वादा है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से बात करते हुए पार्टी चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल।

Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी साल 2024 का लोकसभा चुनाव उत्तर प्रदेश (यूपी) की अमेठी सीट से लड़ेंगे। यह जानकारी शुक्रवार (18 अगस्त, 2023) को यूपी कांग्रेस के प्रभारी अजय राय ने पत्रकारों को दी। उन्होंने इस दौरान यह भी बताया कि केरल के वायनाड से पार्टी सांसद की बहन और नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा कहां से लड़ेंगी। राय के मुताबिक, वाड्रा चाहेंगी तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से लड़ सकती हैं।

"प्रियंका के लिए कार्यकर्ता लड़ा देंगे जान"दरअसल, मीडिया वालों ने उनसे राहुल के अमेठी से चुनाव लड़ने को लेकर सवाल दागा था, जिस पर उनका जवाब आया- बिल्कुल...वह अमेठी से लड़ेंगे। अगर प्रियंका गांधी की इलेक्शन लड़ने की इच्छा वाराणसी से लड़ने की होगी, तब हमारा एक-एक कार्यकर्ता उनके लिए जान लड़ा देगा। देखें, राय ने मीडिया को क्या बताया?:

"बौखला गई हैं ईरानी", राय का निशानाकेंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी से जुड़े प्रश्न पर वह उन्हें घेरते हुए बोले- वह अब खुद ही बौखला गई हैं। 13 रुपए प्रति किलो के हिसाब से वह शक्कर दिलवा रही थीं...क्या चीनी दिलवा पाईं? हमारे लोग अमेठी से आए हैं, उनसे आप पूछिए कि उन्होंने क्या कहा था। ऐसे में उन्हें जनता को जवाब देना चाहिए।

Amethi लोकसभा क्यों है अहम?यूपी के 80 लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में से एक अमेठी भी हैं, जहां से फिलहाल ईरानी सांसद हैं। वह साल 2019 का आम चुनाव जीती थीं, जबकि उनसे पहले तीन बार (2004, 2009 और 2014) राहुल इस सीट से सांसद रहे हैं। पुत्र से पहले मां सोनिया साल 1999 में इस सीट से जीती थीं। हालांकि, उसके पहले 1998 में बीजेपी के संजय सिंह को जीत हासिल हुई थी। हालांकि, इससे पहले 1981 से 1996 तक कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा रहा। संजय गांधी से लेकर राजीव गांधी तक को इस सीट पर जीत का स्वाद चखने को मिला था। यही वजह है कि इस सीट को गांधी परिवार का मजबूत गढ़ माना जाता है।

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