2023 में मची वंदे भारत एक्सप्रेस की धूम, 2024 में लॉन्च होगी वंदे भारत स्लीपर, बदल जाएगा सफर का अंदाज

Vande Bharat Train: गति, सुरक्षा और सेवा इस ट्रेन की पहचान मानी जाती है। विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव कराती है।

वंदे भारत स्लीपर का इतजार

Vande Bharat Sleeper: साल 2023 में जहां वंदे भारत एक्सप्रेस की धूम रही, वहीं 2024 में वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें पटरी पर दौड़ने को तैयार है। वंदे भारत स्लीपर भारतीय रेलवे के लिए एक अहम पड़ाव होगा। देशभर में इन हाई-स्पीड ट्रेनों से लंबी दूरी की यात्रा बेहद सुगम हो जाएगी। हर वंदे भारत एक्सप्रेस स्लीपर ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटे की स्पीड के लिए लिए डिजाइन किया जाएगा और इसमें 887 यात्री बैठ सकेंगे। इसमें कुल 16 बोगियां होंगी।

रेलवे की योजना

भारतीय रेलवे ने तीन अलग-अलग तकनीक की 400 वंदे भारत ट्रेनों (स्लीपर संस्करण) के निर्माण की भी योजना बनाई है। 2023-24 बजट के तहत 8000 वंदे भारत कोच भी प्रस्तावित किए गए हैं। प्रगतिशील और आत्मनिर्भर भारत के प्रतीक के रूप में देखी जाने वाली स्वदेशी सेमी हाई स्पीड ट्रेन का उद्देश्य यात्रियों को बिल्कुल नया यात्रा अनुभव प्रदान करना है। गति, सुरक्षा और सेवा इस ट्रेन की पहचान मानी जाती है। विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव कराती है। देश में नई दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को 15 फरवरी, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी।

'मेक-इन-इंडिया' पहल का प्रतीक

चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में निर्मित ट्रेन सेट 'मेक-इन-इंडिया' पहल का प्रतीक है और भारत की इंजीनियरिंग शक्ति को दर्शाता है। स्वदेशी सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन सेट बनाने की परियोजना 2017 के बीच में शुरू हुई थी और 18 महीने के भीतर आईसीएफ चेन्नई ने ट्रेन-18 को पूरा किया। जनवरी 2019 में देश की पहली सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन का नाम वंदे भारत एक्सप्रेस रखा गया। ट्रेन ने कोटा-सवाई माधोपुर खंड पर 180 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति हासिल की थी।

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