राजस्थान चुनाव: टिकट बंटवारे में वसुंधरा राजे के करीबियों का पत्ता कटा, अब बिगाड़ेंगे BJP का खेल

बीजेपी की उम्मीदवार सूची का भी विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को वसुंधरा राजे के सैकड़ों समर्थक समर्थन दिखाने के लिए जयपुर में उनके आधिकारिक आवास पर जमा हुए।

वसुंधरा राजे

Rajasthan Elections: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाले कई बीजेपी नेताओं के बीच आगामी राज्य विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की पहली सूची जारी होने के बाद असंतोष फैला गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ नेताओं ने तो निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की ठान ली है। इन्हीं में से एक हैं नगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा नेता अनिता सिंह गुर्जर। उन्होंने कहा, मैंने अपना पूरा जीवन इस पार्टी को समर्पित कर दिया है। मैं ठगा हुआ महसूस कर रही हूं। मेरे लोग चाहते हैं कि मैं चुनाव लड़ूं और मैं चुनाव लड़ूंगी। पार्टी ने मुझे टिकट न देकर खुद को मुझसे दूर करने का फैसला किया है।

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वसुंधरा के करीबी राजावत का ऐलान

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वसुंधरा राजे के करीबी भवानी सिंह राजावत ने घोषणा की कि वह स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह किसी भी पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हैं जो उन्हें मंच देगी। विधायक नरपत सिंह राजवी और राजपाल सिंह शेखावत सहित पार्टी के कई अन्य नेताओं ने विद्याधर नगर और झोटवाड़ा विधानसभा सीट पर टिकट नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई है। इनकी जगह दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को टिकट दिया गया है। भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी ने विद्याधर नगर सीट तीन बार जीती और मौजूदा भाजपा विधायक हैं।

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