माइक्रोसॉफ्ट आउटेज की वजह से 200 करोड़ से अधिक यात्री प्रभावित, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने किया दावा

माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में शुक्रवार को वैश्विक स्तर पर आई गड़बड़ी के कारण फ्लाइट्स में हुई देरी से यात्री बुरी तरह प्रभावित हुए। फ्लाइट्स को टेकऑफ में देरी के अलावा, चेक-इन तथा बुकिंग में भी लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। इसे लेकर राजीव प्रताप रूडी ने कहा है कि दुनियाभर में सवा 200 करोड़ यात्री प्रभावित हुए हैं।

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एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़।

Microsoft Outage: दुनियाभर में माइक्रोसॉफ्ट का सर्वर ठप हो जाने की वजह से अफरातफरी का माहौल है। ऐसे में पूरी दुनिया में अगर यात्रियों की बात करें तो 200 करोड़ से अधिक यात्री सिर्फ उड़ान सेवा ठप होने के चलते प्रभावित हुए हैं, क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर के चलते उनका नेविगेशन और तमाम प्रणाली में अवरोध उत्पन्न हो गया है। सभी कंपनियों को मैन्युअल ऑपरेट करने के निर्देश भी सरकार की तरफ से दे दिए गए हैं। CERT ने एडवाइजरी जारी कर दी है।

सरकार ने जारी किया एडवाइजरी

सरकार का नेटवर्किंग सॉफ्टवेयर NIC नेटवर्क इस ग्लोबल आउटेज से प्रभावित नहीं है। ये जानकारी भी सरकार ने दी है, लेकिन इस संकट में हवाई जहाज में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो गई है, इतना ही नहीं कई विमान कंपनियों का काम पूरी तरह से थम गया है। हालांकि, सरकार की तरफ से मैन्युअल एडवाइजरी जारी कर दी गई है, जिस पर सभी प्रभावित विमान कंपनियां काम कर रही हैं और मैनुअल तरीके से यात्रियों को डील कर रहे हैं, लेकिन मैनुअल तरीके से काम करने में काम में समय ज्यादा लग रहा है जिसकी वजह से विमान से लेकर हर काम देरी से हो रहा है। इससे यात्रियों की असुविधा बढ़ती चली जा रही हैं।

सांसद राजीव प्रताप रूडी ने क्या कहा?

ऐसे में खुद विमान संचालन करने वाले और केंद्र सरकार के वर्तमान में सांसद और पूर्व मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने टाइम्स नाउ नवभारत से खास बातचीत में कहा, "सबसे ज्यादा प्रॉब्लम पैसेंजर का है, इससे टिकटिंग संबंधी समस्या, रोलिंग संबंधी समस्या, पैकेज संबंधी समस्या समेत कई प्रकार की समस्याएं आ रही हैं।''
उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से सब कुछ प्रभावित हुआ है। उड़ानें सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं, इससे विमान के संचालन में किसी प्रकार का कोई असर नहीं होता है। वह सुरक्षित है पूरे तरीके से लेकिन जो पैसेंजर की बैगेज, चेक इन सेवाएं, टिकटिंग सेवाएं या अन्य जो सेवाएं यात्री एयरपोर्ट पर लेते हैं उनमें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं शेयर मार्केट हो, हॉस्पिटल हो सभी इससे संबंधित सेवाएं प्रभावित हुई हैं।

'सवा 200 करोड़ यात्री इससे प्रभावित'

राजीव प्रताप रूडी ने कहा, "जहां तक हवाई यात्रा का सवाल है तो इससे लगभग सवा दो करोड़ उड़ानें प्रभावित हुई है, जो पूरी दुनिया में उड़ती हैं। वहीं, सवा 200 करोड़ यात्री इससे प्रभावित हुए होंगे, निश्चित तौर पर इससे आर्थिक नुकसान बहुत होगा, पूरी दुनिया की नजर इस पर है और मुझे लगता है कि बहुत जल्दी समस्या का समाधान हो जाएगा।"
वहीं, केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने देश के नागरिकों को अपने एक्स हैंडल से जानकारी देते हुए कहा कि डीजीसीए और सिविल एविएशन मिनिस्ट्री हर परिस्थिति पर नजर रखे हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट की क्लाउड सर्विसेज बाधित होने के चलते जो भी समस्याएं आई हैं उनसे निपटने के लिए जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं और सरकार पूरे तरीके से मामले पर नजर बनाए हैं।
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हिमांशु तिवारी author

हिमांशु तिवारी एक पत्रकार हैं जिन्हें प्रिंट से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक का 16 साल का अनुभव है। मैंने अपना करियर क्राइम रिपोर्टर के रूप में शुरू किया था...और देखें

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