Rajouri Terror Attack: हमले के पीछे हो सकते हैं लश्कर के ये आतंकी, सेना की कार्रवाई तेज

Rajouri Terror Attack:राजौरी टेरर अटैक के पीछे लश्कर ए तैयबा के होने की संभावना जताई जा रही है। कंडी के जंगली इलाके में आतंकियों की धरपकड़ की कोशिश तेज हो गई है। इस बीच सज्जाद जट्ट या सज्जाद लंगडा का नाम सामने आ रहा है जिसका संबंध लश्कर से है।

मुख्य बातें
  • शुक्रवार को सेना के पांच जवान शहीद
  • राजौरी के कंडी इलाके में ऑपरेशन
  • लश्कर का हो सकता है हाथ

Rajouri Terror Attack: राजौरी टेरर अटैक के पीछे कौन है, इसमें दो मत नहीं कि वो आतंकी हमला था। राजौरी के कंडी फॉरेस्ट इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि एक गुफा में करीब सात से 9 आतंकी छिपे हुए हैं। शुक्रवार को आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हुए थे जिसमें से कुछ कमांडो थे। शक की सूई पाक अधिकृत कश्मीर के कोटली स्थित लश्कर ए तैय्यबा पर जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ(Rajnath Singh) सिंह सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे(Army Chief Manoj Pandey) के साथ जम्मू सेक्टर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए जम्मू के लिए रवाना हो चुके हैं। सेना के उत्तरी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी पहले से ही ग्राउंड जीरो पर हैं। इस बीच यह जानकारी सामने आ रही है कि राजौरी में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को मार गिराया है।

राजौरी हमले में पाकिस्तान का हाथ !

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक जम्मू कश्मीर और दिल्ली से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक राजौरी और पुंछ आतंकी(Poonchh Terror Attack) हमले में लश्कर के दो समूहों के साथ कुछ स्थानीय लोग शामिल हो सकते हैं हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि एक समूह में दो से तीन आतंकियों के साथ करीब 3 स्थानीय लोग थे जो 20 अप्रैल को भाटा धुरियां इलाके में आर्मी की गाड़ी पर हमले के लिए जिम्मेदार थे। माना यह भी जा रहा है कि जिस तरह से 9 पैरा कमांडो के ऊपर अटैक किया गया है उससे साफ है कि कोई दूसरा समूह भी है जिसमें दो पाकिस्तानियों समेत पांच आतंकी हैं।

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