SRK परिवार से 25 करोड़ वसूलने की फिराक में था समीर वानखेड़े, CBI की एफआईआर में दावा
पिछले सप्ताह दर्ज की गई केंद्रीय जांच ब्यूरो की एफआईआर के अनुसार वानखेड़े ने गोसावी एक एनसीबी अधिकारी के तौर पर पेश किया था।
समीर वानखेड़े
Sameer Wankhede: अक्तूबर 2021 में एक क्रूज पर छापा मारकर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सीबीआई की एफआईआर में कहा गया है कि वानखेड़े आर्यन के परिवार से 25 करोड़ रुपये वसूलना चाहता था। फिर सौदा 18 करोड़ में तय हुआ, लेकिन बाद में बात पूरी तरह बिगड़ गई और आज वानखेड़े मुसीबत में है।
केपी गोसावी को अधिकारी के तौर पर पेश किया था
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने अक्टूबर 2021 में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के खिलाफ कार्यवाही में स्वतंत्र गवाह केपी गोसावी को फ्री हैंड की अनुमति दी थी। पिछले सप्ताह दर्ज की गई केंद्रीय जांच ब्यूरो की एफआईआर के अनुसार वानखेड़े ने गोसावी एक एनसीबी अधिकारी के तौर पर पेश किया था।
पिछले सप्ताह दर्ज किए गए मामले में वानखेड़े, एनसीबी के पूर्व एसपी विश्व विजय सिंह, एनसीबी के खुफिया अधिकारी आशीष रंजन और दो निजी व्यक्तियों गोसावी और उसके सहयोगी सनविल डिसूजा को आरोपी के रूप में नामित किया गया है। सोमवार को यह जानकारी सार्वजनिक की गई। इससे यह भी पता चला है कि वानखेड़े की टीम ने मूल छापेमारी सूचना रिपोर्ट को बदल दिया था, लोगों की तलाशी का दस्तावेजीकरण नहीं किया गया था और कुछ संदिग्धों को जाने की अनुमति भी दी गई थी।
वानखेड़े ने बाकी अधिकारियों संग रची थी साजिश
सीबीआई के अनुसार, वानखेड़े ने पर्यवेक्षी अधिकारी के रूप में गोसावी और प्रभाकर सेल को स्वतंत्र गवाह के रूप में शामिल करने का निर्देश दिया था। साथ ही विजय सिंह को निर्देश दिया था कि एनसीबी कार्यालय ले जाते समय गोसावी को ही आरोपी आर्यन और बाकियों को संभालने दें। वानखेड़े ने गोसावी और अन्य लोगों को फ्रीहैंड इसलिए दिया ताकि लगे कि गोसावी के पास पूरी तरह से आरोपी की कस्टडी है और वह आरोपियों को एनसीबी दफ्तर ले जा रहा है।
25 करोड़ रुपये वसूलने की फिराक में था वानखेड़े
वानखेड़े की ये पूरी चाल शाहरुख खान के बेटे को फंसाने के लिए परिवार से 25 करोड़ रुपए वसूलने की साजिश का हिस्सा था, जो 18 करोड़ पर तय हुआ था। एफआईआर में कहा गया है कि असल में गोसावी ने 50 लाख रुपये की टोकन राशि ली थी लेकिन बाद में इस पैसा का एक हिस्सा वापस कर दिया गया था। विवाद के बाद भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी वानखेड़े का एनसीबी से तबादला कर दिया गया था।
क्या है पूरा मामला
वानखेड़े ने 2 अक्टूबर, 2021 की रात को विजय सिंह, गोसावी और एक अन्य गवाह प्रभाकर सेल सहित अधिकारियों की एक टीम का नेतृत्व किया था, जिसने कॉर्डेलिया जहाज पर छापा मारा था। ये क्रूज मुंबई तट के अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल के ग्रीन गेट पर मौजूद था। तब वानखेड़े की टीम ने दावा किया गया था कि क्रूज से 13 ग्राम कोकीन, 5 ग्राम मेफेड्रोन, 21 ग्राम मारिजुआना, एमडीएमए (परमानंद) की 22 गोलियां और 1.33 लाख रुपए नकद जब्त किए गए थे। टीम ने 14 लोगों को पकड़ा था और इनसे घंटों की पूछताछ के बाद 3 अक्टूबर को आर्यन (24), अरबाज मर्चेंट (26) और मुनमुम धमेचा (28) को गिरफ्तार कर लिया था।
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