सत्ता पक्ष हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार, विपक्ष बच रहा अपनी जिम्मेदारियों से; IEC 2024 में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान

India Economic Conclave 2024: रेल, सूचना प्रसारण एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हम निश्चित रूप से चाहते है कि संसद ठीक से काम करे। उन्होंने कहा कि NDA की तरफ से ये साफ है कि संसद संविधान के अनुसार वो स्थान है, जहां पर देश के विकास के लिए बहस हो। विपक्ष तर्क वाले आइडिया और विचारों के साथ आए। वैष्णव ने कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहा है।

रेल, सूचना प्रसारण एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विपक्षव पर साधा निशाना

India Economic Conclave 2024: टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव (आईईसी) के 10वें संस्करण में संसद की कार्यप्रणाली पर टाइम्स नाउ और टाइम्स नाउ नवभारत की ग्रुप एडिटर-इन-चीफ नविका कुमार के सवाल का जवाब देते हुए रेल, सूचना प्रसारण एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सत्ता पक्ष हर मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है, लेकिन विपक्ष सदन को चलने नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष व्यवधान पैदा करके अपनी जिम्मेदारियों से बच रहा है। अश्विनी वैष्णव ने केंद्र के 'एक राष्ट्र एक चुनाव' के कदम को भी उचित ठहराया और कहा कि देश को चुनावों में ज्यादा समय नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे राष्ट्र निर्माण कार्य में बाधा आती है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जब राष्ट्र निर्माण सर्वोच्च प्राथमिकता है, तो देश को बार-बार चुनाव कराने में इतना समय क्यों बर्बाद करना चाहिए? क्यों इतने सारे सशस्त्र कर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए और क्यों पूरे वर्ष में कई बार आदर्श आचार संहिता के कारण विकास कार्य रोक दिए जाने चाहिए। केंद्र सरकार ने गुरुवार को 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक को मंजूरी दे दी और इसे अगले सप्ताह संसद में पेश किया जा सकता है।

इस दौरान रेलवे की सुरक्षा पर रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे बहुत बड़ा सेक्टर है। बीते दशकों में इस सेक्टर में बहुत निवेश होना था लेकिन इस पर राजनीति ज्यादा हुई। रेलवे की तकनीकी पहलुओं पर ध्यान बहुत कम दिया गया। रेलवे को लेकर ज्यादातर लोकप्रियता वाले कदम उठाए गए। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी ने रेलवे और लोगों की जरूरतों को समझा। हमारी सरकार में नए ट्रैक बनाने में भारी निवेश और लाइनों का विद्युतीकरण हुआ।

बीते 10 सालों में 44 हजार किलोमीटर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण हुआ है। यही नहीं, रेलवे में बहुत तेजी से काम हो रहा है। 'कवच' दुनिया में 1990 और 2000 की शुरुआत में ही आ गया लेकिन भारत में पहले की सरकारें रेलवे सुरक्षा को लेकर उदासीन रहीं। पीएम ने कहा कि सुरक्षा को लेकर हमारा अपना सॉफ्टवेयर होना चाहिए। फिर हमने 'कवच' पर काम करना शुरू किया। रेल हादसे बहुत कम हो गए हैं। इसमें 80 फीसदी कमी आई है।

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