मालदीव की अक्ल आई ठिकाने, जयशंकर ने एक-एक कर याद दिलाए भारत के अहसान

India Maldives News in Hindi: मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से मुलाकात के दौरान एस जयशंकर ने उन्हें याद दिलाया कि कैसे वह द्वीप राष्ट्र को विकास सहायता का एक प्रमुख प्रदाता रहा है और नई दिल्ली द्वारा वित्त पोषित कई परियोजनाओं से देश के हजारों लोगों के जीवन को लाभ हुआ है।

मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने एस जयशंकर से की मुलाकात

India Maldives News: भारत ने गुरुवार को मालदीव को याद दिलाया कि वह द्वीप राष्ट्र को विकास सहायता का एक प्रमुख प्रदाता रहा है और नई दिल्ली द्वारा वित्त पोषित कई परियोजनाओं से देश के हजारों लोगों के जीवन को लाभ हुआ है। इनमें बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सामाजिक पहल से लेकर चिकित्सा निकासी और स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं। दरअसल, मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर पदभार संभालने के बाद भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं।
जयशंकर ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में भारत द्वारा मालदीव को अनुकूल शर्तों पर वित्तीय सहायता प्रदान करने का उल्लेख किया और कई अवसरों पर नई दिल्ली के प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता होने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, हमारे सहयोग ने साझा गतिविधियों, उपकरण प्रावधान, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के माध्यम से आपके देश की सुरक्षा और भलाई को भी बढ़ाया है। यह हमारे सामान्य हित में है कि हम इस बात पर एक समझ पर पहुंचें कि अपने रिश्ते को कैसे आगे ले जाएं।

भारत के लिए पड़ोसी पहले

इस मुलाकात को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि बैठक आपसी संबंधों पर चर्चा करने और भविष्य की दिशाएं तय करने का एक अवसर था। उन्होंने कहा, निकट और निकटतम पड़ोसियों के रूप में हमारे संबंधों का विकास स्पष्ट रूप से आपसी हितों और पारस्परिक संवेदनशीलता पर आधारित है। जहां तक भारत का सवाल है, ये हमारी 'पड़ोसी पहले' नीति और 'सागर' दृष्टिकोण के संदर्भ में व्यक्त किए गए हैं। बता दें, पिछले साल मालदीव में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच खटास के बावजूद भारत ने हाल ही में सद्भावना संकेत के रूप में चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडे सहित आवश्यक वस्तुओं के सीमित निर्यात की घोषणा की।
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