बृजभूषण सिंह को लेकर साक्षी मलिक और बबीता फोगाट में भिड़ंत, विस्तार में पढ़ें वार-पलटवार

महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप झेल रे भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) को लेकर साक्षी मलिक (Sakshi Malik) और बबीता फोगाट (Babita Phogat) के बीच जमकर वाकयुद्ध हुआ। विस्तार से जानिए।

साक्षी मलिक और बबीता फोगाट (तस्वीर-फेसबुक)

नई दिल्ली: साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने रविवार को पूर्व पहलवान और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता बबीता फोगाट (Babita Phogat) पर आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ उनके विरोध में उन्होंने सरकार का साथ दिया। बबीता ने इसके जवाब में दावा किया कि रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी ‘कांग्रेस की कठपुतली’ बन गई हैं। साक्षी और उनके पति सत्यव्रत कादियान ने शनिवार को वीडियो पोस्ट करके कहा था कि पहलवानों का प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित नहीं है और यह किसी भी तरह से कांग्रेस से प्रेरित नहीं है और बबीता तथा बीजेपी के एक अन्य नेता तीरथ राणा ने शुरुआत में पहलवानों के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के लिए पुलिस से स्वीकृति लेने में मदद की थी।

रविवार को साक्षी ने शनिवार के अपने वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने बबीता और राणा पर तंज कसा था कि कैसे उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए पहलवानों का इस्तेमाल करने का प्रयास किया लेकिन हास्यबोध की कमी के कारण इस तंज को समझा नहीं गया। साक्षी ने ट्वीट किया कि वीडियो (शनिवार को डाले गए) में हमने तीरथ राणा और बबीता फोगाट पर तंज कसा था कि कैसे वे अपने स्वार्थ के लिए पहलवानों को इस्तेमाल करना चाह रहे थे और कैसे पहलवानों पर जब विपदा पड़ी तो वे जाकर सरकार की गोद में बैठ गए। उन्होंने कहा कि हम मुसीबत में जरूर हैं लेकिन हास्यबोध इतना कमजोर नहीं हो जाना चाहिए कि ताकतवर को काटी चुटकी पर आप हंस भी न पाएं।

जनवरी में पहलवानों के तीन दिवसीय प्रदर्शन के दौरान पहलवानों और सरकार के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाली बबीता ने साक्षी को लंबा जवाब देते हुए ट्वीट में दावा किया कि उनका पहलवानों के प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं है क्योंकि वह पहले ही दिन से सड़क पर आंदोलन के खिलाफ थीं। विरोध से दूरी बनाते हुए बबीता ने लिखा कि मुझे कल बड़ा दुख भी हुआ और हंसी भी आई जब मैं अपनी छोटी बहन (साक्षी) और उनके पति का वीडियो देख रही थी। सबसे पहले तो मैं ये स्पष्ट कर दूं की जो अनुमति का कागज छोटी बहन दिखा रही थी उस पर कहीं भी मेरे हस्ताक्षर या मेरी सहमती का कोई प्रमाण नहीं है और ना ही दूर-दूर तक इससे मेरा कोई लेना देना है। उन्होंने लिखा कि मैं पहले दिन से कहती रही हूं कि माननीय प्रधानमंत्री जी पर एवं देश की न्याय व्यवस्था पर विश्वास रखिए, सत्य अवश्य सामने आएगा।

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