तिहाड़ जेल में रहकर संजय सिंह ने 6 महीने क्या-क्या सीखा? बाहर आकर खुद बताया अपना अनुभव

AAP vs BJP: संजय सिंह ने कहा है कि तिहाड़ जेल में छह महीने रहने के बाद 'अन्याय, तानाशाही' से लड़ने का संकल्प मजबूत हुआ। पार्टी के भविष्य को लेकर पूछे गए सवालों पर उन्होंने कहा कि भाजपा अगर यह सोचती है कि वह केजरीवाल को जेल में डालकर दिल्ली के लोगों के लिए काम करने से रोक सकती है, तो वह सफल नहीं होगी।

संजय सिंह ने बताया जेल का अनुभव।

Sanjay Singh Slams BJP: आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि जेल में छह महीने बिताने के बाद उनका मनोबल बढ़ा है और साथ ही 'अन्याय एवं तानाशाही' के खिलाफ लड़ने का संकल्प मजबूत हुआ है। जमानत मिलने के बाद बुधवार को तिहाड़ जेल से बाहर आए सिंह ने कहा कि जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन भी जल्द रिहा होंगे।
संजय सिंह 13 अक्टूबर, 2023 से राष्ट्रीय राजधानी की उच्च सुरक्षा वाली जेल में बंद थे। उन्हें पिछले साल चार अक्टूबर को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उन्हें जमानत दे दी थी। केजरीवाल और सिसोदिया को भी इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है, जबकि जैन धनशोधन के एक अलग मामले में जेल में बंद हैं।

संजय सिंह बोले- मेरा मनोबल सातवें आसमान पर

सांसद संजय सिंह ने कहा, 'हमने हमेशा अत्याचार, अन्याय और तानाशाही के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है। चाहे वह किसानों का मुद्दा हो, महंगाई हो, मणिपुर हिंसा हो या दिल्ली से जुड़े मुद्दे हों, हमने हमेशा उनके बारे में बात की है और छह महीने बाद भी ऐसा करना जारी रखेंगे।' उन्होंने यहां आम आदमी पार्टी (आप) कार्यालय में कहा, 'इस लड़ाई से मुझे अधिक ताकत और आत्मविश्वास मिला है तथा मेरा मनोबल सातवें आसमान पर है। मुझे जेल में पढ़ने का मौका मिला।' सिंह ने केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देने के बारे में अपनी पार्टी का रुख दोहराया।
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