आरजी कर डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले में सियालदाह कोर्ट 18 जनवरी को सुना सकती है फैसला

बता दें कि इस घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने लंबी हड़ताल की थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से 24 अक्टूबर 2024 को मुलाकात के बाद डॉक्टरों ने भूख हड़ताल खत्म कर दी थी।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज के छात्रों का प्रदर्शन

RG Kar Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले में सियालदह अदालत द्वारा 18 जनवरी को फैसला सुनाए जाने की संभावना है। मृतक डॉक्टर के पिता का कहना है कि अदालत द्वारा सभी चीजों को देखने और विचार करने के बाद हमें एक अच्छा फैसला मिलेगा। डीएनए रिपोर्ट ने अन्य आरोपियों की उपस्थिति भी स्थापित की है। हम अदालतों का रुख कर रहे हैं। एक मामला उच्च न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है और सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष एक और मामला आया है जिसे सूचीबद्ध किया गया है। हम अपनी बेटी के लिए सच्चा न्याय चाहते हैं। हमें जहां भी जरूरत होगी हम जाएंगे।

जूनियर डॉक्टरों ने की थी लंबी हड़ताल

बता दें कि इस घटना के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने लंबी हड़ताल की थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से 24 अक्टूबर 2024 को मुलाकात के बाद डॉक्टरों ने भूख हड़ताल खत्म कर दी थी। वहीं, हत्या के मामले में दो प्रमुख संदिग्धों को अदालत से जमानत मिलने के बाद जूनियर डॉक्टरों ने सीबीआई की जांच पर निराशा जताई थी। राज्य में विरोध प्रदर्शन का एक प्रमुख चेहरा रहे कनिष्ठ चिकित्सक अनिकेत महतो ने कहा कि सीबीआई जिस तरह से इस मामले को संभाल रही है, उससे हम बेहद निराश हैं। पुलिस द्वारा मामले को ठीक से न संभाले जाने के आरोपों के बाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में ले लिया था।

13 दिसंबर 2024 को पश्चिम बंगाल में सियालदह कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के पूर्व प्रभारी अभिजीत मंडल को जमानत दे दी थी। वहीं, सीबीआई 90 दिनों की अवधि के भीतर आरोप पत्र दाखिल नहीं कर सकी। दो प्रमुख संदिग्धों को अदालत से जमानत मिलने के बाद जूनियर डॉक्टरों में काफी रोष फैल गया। उन्होंने कहा कि वे न्याय के लिए अपने संकल्प पर अडिग हैंऔर वे पीछे नहीं हटेंगे।

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