शशि थरूर ने कांग्रेस को बताया- परिवार संचालित पार्टी, फिर दिया स्पष्टीकरण

वंशवाद की राजनीति पर सियासत ने एक बाद फिर तुल पकड़ लिया है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपनी पार्टी को 'परिवार संचालित पार्टी' बताया। फिर स्पष्टीकरण दिया।

'परिवार संचालित पार्टी' वाले बयान पर घिरे शशि थरूर

वंशवाद की राजनीति पर राहुल गांधी के बयान के बाद बीजेपी ने निशाना साधा। कांग्रेस नेता शशि थरूर के बयान ने आग में घी का काम किया। गांधी परिवार (सोनिया गांधी, राहुल गांधी) को लेकर की गई अपनी ही टिप्पणी में शशि थरूर घिर गए। इसके बाद उन्हें स्पष्टीकरण देना पड़ा। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपनी पार्टी को 'परिवार संचालित पार्टी' बताया था। इसके बाद उन्होंन कहा कि यह एक औपचारिक बयान नहीं था और उनकी टिप्पणियों का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार पार्टी की ताकत है। शशि थरूर ने मंगलवार को कहा कि मैं देख रहा हूं कि एक निजी कार्यक्रम में मैंने जो टिप्पणी की थी। वह औपचारिक बयान नहीं था। उसे लोगों ने गलत तरीके से प्रस्तुत किया है। हां, मैंने अक्सर यह कहा है नेहरू/गांधी परिवार का डीएनए कांग्रेस पार्टी के साथ अटूट रूप से जुड़ा हुआ है। परिवार ही पार्टी की ताकत है।

उन्होंने कहा कि मैंने जो कुछ भी नहीं कहा वह यह है कि मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि राहुल गांधी पार्टी के भीतर किसी भी चुनाव में कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की अत्यधिक पसंद होंगे। इससे पहले सोमवार को तिरुवनंतपुरम में एक कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर एक सवाल का जवाब देते हुए थरूर ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन सकते हैं क्योंकि कांग्रेस कई मायनों में एक 'परिवार संचालित' पार्टी है। टेक्नोपार्क में अमेरिका स्थित सिलिकॉन वैली कंपनी के नए कार्यालय का उद्घाटन करते हुए सोमवार को तिरुवनंतपुरम में तीसरे चरण में शशि थरूर ने कहा कि कांग्रेस की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे या राहुल गांधी में से कोई एक पीएम बन सकता है।

थरूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से मेरा अनुमान है कि या तो श्री खड़गे जो भारत के पहले दलित प्रधानमंत्री होंगे या राहुल गांधी क्योंकि कई मायनों में यह एक 'परिवार संचालित' पार्टी है। लेकिन साथ ही संसदीय की योग्यता व्यवस्था यह है कि प्रधानमंत्री अपने समकक्षों में प्रथम होते हैं और अन्य मंत्रियों पर भी अपने काम के प्रति बड़ी जिम्मेदारी होती है इसलिए मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मुझे विश्वास है कि मैं काम कर सकता हूं। यह टिप्पणी तब आई है जब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मिजोरम के आइजोल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे वंशवाद की राजनीति पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने खुद को वंशवादी राजनीति से दूर करने का प्रयास किया।

End Of Feed