शशि थरूर ने जिस शेर को किया था साझा उसे कांग्रेस शासन में काटनी पड़ी थी 2 साल की सजा

मजरूह सुल्तानपुरी मशहूर गीतकार थे। उनकी चर्चा इसलिए हो रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने जा रहे शशि थरूर ने उनके एक शेर को साझा किया है। शेर साझा करने के साथ ही लोगों ने पूछा कि मजरूह वहीं शख्स थे जिन्हें जवाहर लाल नेहरू ने दो साल के लिए जेल में डाल दिया था।

शशि थरूर, कांग्रेस के कद्दावर नेता

मुख्य बातें
  • मजरूह सुल्तानपुरी के शेर को किया था साझा
  • मजरूह को दो साल जेल में रहना पड़ा
  • जवाहर लाल नेहरू की सरकार में हुई थी सजा

सांसद शशि थरूर भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए रेस में है। यह बात अलग है कि केरल के ही कांग्रेसी नेता उनका विरोध करते हुए नजर आ रहे हैं। इन सबसे बेपरवाह थरूर ने बुधवार को दो लाइन को शेर ट्वीट किया था जो मशहूर गीतकार मजकरूह सुल्तानपुरी का था। उस शेर के जरिए उन्होंने अपनी मेहनत और इरादों का जिक्र किया। लेकिन इंटरनेट जगत में वो एक तर से ट्रोल हो गए। लोगों ने उल्टे सवाल करने शुरू कर दिए। इंटरनेट जगत ने पूछा कि आप अपने सफर को चाहत को इस शेर के जरिए कांग्रेस के प्रतिनिधियों तक साझा कर रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि जवाहर लाल नेहरू वो शख्स थे जिन्होंने मजरूह सुल्लानपुरी को जेल भेज दिया था।

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अब सवाल यह है कि आपके मन में भी जिज्ञासा होगी कि आखिर मजरूह सुल्तानपुरी के वो कौन से गीत थे जो जवाहर लाल नेहरू को नागवार लगे और उसकी वजह से सुल्लानपुरी को दो साल की जेल काटनी पड़ी।

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वामपंथ के प्रति मजरूह का था झुकावमजरूह सुल्तानपुरी, जो अपने वामपंथी झुकाव के लिए जाने जाते थे और तत्कालीन कांग्रेस सरकार मानती थी कि वो सरकार के विरोध की बात करते हैं। 1949 में उनके कथित स्थापना विरोधी लेखन के लिए जेल में डाल दिया गया था।मजरूह को कविता के लिए माफी मांगने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें अभिनेता बलराज साहनी जैसे उस समय की अन्य हस्तियों के साथ दो साल की जेल हुई।

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