शिरोमणि अकाली दल में सबकुछ ठीक नहीं, सुखबीर सिंह बादल ने दिया अध्यक्ष पद से इस्तीफा, जानें पूरा मामला
सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा शिरोमणि अकाली दल के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिसे पंजाब में प्रमुख मुद्दों को संबोधित करने में विफल रहने के लिए राजनीतिक चुनौतियों और आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। नए अध्यक्ष पद के चुनाव से पार्टी की प्राथमिकताओं को फिर से संगठित करने और देश में अपनी स्थिति मजबूत करने की उम्मीद है।

सुखबीर सिंह बादल ने दिया शिअद के प्रमुख से इस्तीफा (फोटो- @SukhbirSinghBadal)
- पंजाब में पिछले दो चुनावों में अकाली दल को मिली है बड़ी हार
- पहले अकाली दल थी एनडीए का हिस्सा
- अकाली दल में दिख रही थी गुटबाजी
शिरोमणि अकाली दल में सबकुछ ठीक नहीं दिख रहा है। पहले से ही खटपट की बातें हो रही थीं, अब पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। सुखबीर सिंह बादल को लेकर पार्टी में एकजुटता नहीं दिख रही थी, विरोध के स्वर उठ रहे थे, जिसके बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है। अब शिरोमणि अकाली दल के नए प्रमुख की तलाश शुरू हो गई है।
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दलजीत सिंह चीमा ने की घोषणा
सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे के फैसले की घोषणा शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने एक्स पर की। उन्होंने लिखा- "शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज पार्टी की कार्यसमिति को अपना इस्तीफा सौंप दिया, ताकि नए अध्यक्ष के चुनाव का रास्ता साफ हो सके। उन्होंने अपने नेतृत्व में विश्वास जताने और पूरे कार्यकाल के दौरान पूरे दिल से समर्थन और सहयोग देने के लिए सभी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया।"
पार्टी में चल रही थी इस्तीफे की मांग
शिअद के पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने बादल के नेतृत्व पर संतोष व्यक्त किया और फैसले का स्वागत किया। पटियाला में चंदूमाजरा ने कहा, "हम उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे क्योंकि उनके नेतृत्व में अकाली दल कमजोर हो गया है... हमारे युवा जेल में हैं, खेती अच्छी नहीं चल रही है और चंडीगढ़ का हमारा हिस्सा हरियाणा को दिया जा रहा है। पंजाब अब बुरी स्थिति में है और यहां के लोग चाहते हैं कि अकाली दल जैसी कोई क्षेत्रीय पार्टी मजबूत हो। आज उनके इस्तीफे के बाद अकाली दल की शक्ति को एकीकृत करने का रास्ता खुल गया है।"
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