Silkyara Tunnel Crisis: युद्ध स्तर पर काम, 5 सूत्री प्लान भी तैयार, ऐसे निकाले जाएंगे सुरंग में फंसे 41 श्रमिक

Silkyara Barkot Tunnel Crisis : ओएनजीसी, सतलुज जल विद्युत निगम, रेल विकास निगम लिमिटेड, एनएचआईडीसीएल, टीएचडीसीएल को पांच अलग-अलग रेस्क्यू प्लान के साथ तैयार रहने के लिए कहा गया है। सुरंग के ऊपरी जिस हिस्से पर खुदाई होनी है।

सिल्क्यारा सुरंग में जारी है ड्रिलिंग का काम।

Silkyara Barkot Tunnel Crisis : उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग के मलबे में 41 श्रमिक फंसे हुए हैं। इन श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। मलबे में अमेरिकी ऑगर मशीन से ड्रिलिंग कर श्रमिकों तक पहुंचने की कोशिश चल रही है और पाइप के जरिए उन तक ऑक्सीजन, दवाएं, खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है। सुरंग में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए रविवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने घटनास्थल का दौरा किया।

पीएम ने सीएम धामी से की बात

Silkyara Barkot Tunnel Crisis

इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लिया है। रिपोर्टों में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि मलबे से श्रमिकों को निकालने के लिए पांच अन्य विकल्पों पर भी काम किया जा रहा है।

सुरंग के ऊपर से भी ड्रिलिंग

Silkyara Barkot Tunnel Crisis

प्लान के मुताबिक अब सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग की जाएगी। मलबे के सामने से ड्रिलिंग भी जारी रहेगी। योजना बारकोट की तरफ से एक छोटी सुरंग खोदने की भी है।
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