SP नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के फिर बिगड़े बोल, अब बोले-लड़ाई 97 फीसदी Vs 3 फीसदी की है

Swami Prasad Maurya : सपा नेता ने कहा कि जब महिलाओं को प्रताड़ित करने की बात की जाती हैं तो यह अधर्म और अन्याय है। उन्होंने कहा, 'गाली देना धर्म नहीं, नीच कहना धर्म नही हैं। आज भी जब सबको बराबर का अधिकार हैं तो आप कैसे गाली दे सकते हो।

Swami Prasad Maurya : रामचरित मानस पर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया विवादित बयान दिया है। मौर्य ने कहा है कि धर्म की आड़ में महिलाओं और शूद्रों को मारने पीटने की बात हो रही है। विवादित नेता मौर्य ने एक बार फिर रामचरित मानस का जिक्र करते हुए कहा कि आज भी धर्म की आड़ में इस देश की महिलाओं और शूद्र को मारने-पीटने की बात की जाती है। एक ओर पीएम मोदी महिला सशक्तिकरण का अभियान चला रहे हैं तो दूसरी तरफ उन्हें पीटा जाता है।

'क्या सबको मूर्ख समझते हो?'सपा नेता ने कहा कि जब महिलाओं को प्रताड़ित करने की बात की जाती हैं तो यह अधर्म और अन्याय है। उन्होंने कहा, 'गाली देना धर्म नहीं, नीच कहना धर्म नही हैं। आज भी जब सबको बराबर का अधिकार हैं तो आप कैसे गाली दे सकते हो। अब बात केवल 85 तक नहीं पहुची हैं। अब महिलाओं को शामिल करने के बाद अब 97 vs3 फीसदी हो गई है। हमने कहा कि संशोधित कर दो या प्रतिबंधित कर दो, रातों रात गीता प्रेस वालों ने ताड़ना का मतलब बताया कि शिक्षा .. गधे , खच्चर , सुवर , बकरी को कौन सी शिक्षा दोगे? अपनी तरह क्या सबको मूर्ख समझते हो?'

पूरे विश्व में भारत की पहचान बुद्ध से होती है-मौर्यमौर्य ने कहा, 'कांशीराम ने नारा दिया। जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी। अनुसूचित जाति-जनजाति का आरक्षण एक-एक कर ये खत्म करते जा रहे हैं। पूरे विश्व में भारत की पहचान बुद्ध से होती है। जहां राममंदिर बन रहा है वहां ASI की तीन बार की खुदाई में बुद्ध के अवशेष मिले हैं। SC ने कहा कि यहां बुद्ध कालीन अवशेष मिले हैं इसलिए यह जन्मभूमि होगा। आज से 2500 साल पहले ढोंग, नर बलि, पशु बलि के नाम पर अश्वमेध यज्ञ को रोकने के लिए किसी ने विचारों का परचम लहराया तो वे गौतम बुद्धा थे।'

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