सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन, इस वजह से कमाया था दुनियाभर में नाम

डॉ. बिन्देश्वर पाठक विश्वविख्यात भारतीय समाजिक कार्यकर्ता एवं उद्यमी थे। उन्होने साल 1970 में सुलभ इंटरनेशनल की स्थापना की थी।

Bindeshwar Pathak

Bindeshwar Pathak Dies: सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक का निधन होगया है। सुलभ इंटननेशनल को सार्वजनिक सुलभ शौचालयों के निर्माण को लेकर पहचाना जाता है। इस कदम को भारत के लिए एक क्रांतिकारी कदम माना जाता है जहां करोड़ों लोगों को शौचालय करना भी सुलभ नहीं होता है। उनकी पहल से गरीबों को जबरदस्त फायदा हुआ था। वह बिहार का गौरव भी कहलाए जाते थे।

डॉ. बिन्देश्वर पाठक विश्वविख्यात भारतीय समाजिक कार्यकर्ता एवं उद्यमी थे। उन्होने साल 1970 में सुलभ इंटरनेशनल की स्थापना की थी। सुलभ इंटरनेशनल मानव अधिकार, पर्यावरणीय स्वच्छता, ऊर्जा के गैर पारंपरिक स्रोतों और शिक्षा द्वारा सामाजिक परिवर्तन आदि क्षेत्रों में कार्य करने वाली एक अग्रणी संस्था है।

लाखों शौचालयों का निर्माण किया

सुलभ ने सस्ती, दो-गड्ढे वाली तकनीक का उपयोग करके लगभग 10.30 लाख घरेलू शौचालय और 50.4 लाख सरकारी शौचालयों का निर्माण किया है। शौचालयों के निर्माण के अलावा संगठन ने मानव अपशिष्ट की मैन्युअल सफाई को हतोत्साहित करने के लिए एक आंदोलन की भी अगुवाई की। सरकार ने हाथ से मैला ढोने की सदियों पुरानी प्रथा पर रोक लगाने के उद्देश्य से कई कानून पारित किए हैं, नवीनतम कानून 2013 में पारित किया गया। लेकिन कई मैला ढोने वालों का उपयोग अभी भी उप-ठेकेदारों के माध्यम से किया जाता है।

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