UPSC छात्रों की मौत पर नामी 'गुरुओं' को चुप नहीं रहना चाहिए था, Super 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने दिखाया आईना

Anand Kumar reaction on UPSC Aspirants Deats: सुपर 30 के संस्थापक ने 'सेल्फ स्टडी' पर जोर देते हुए कहा कि नामी-गिरामी अध्यापकों के नाम पर उनके संस्थानों में दाखिला लेने की जगह छात्रों को स्वध्याय (सेल्फ स्टडी) करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं छात्रों को संदेश देना चाहता हूं कि वे बहुत सावधानी पूर्वक इन कोचिंग संस्थानों में दाखिला लें।

super 30 Anand Kumar

सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार।

Anand Kumar reaction on UPSC Aspirants Deats: दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में गत शनिवार को यूपीएससी के तीन छात्रों की हुई मौत मामले में सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने प्रतिक्रिया दी है। आनंद कुमार ने कहा कि इस घटना पर सिविल सेवा के तथाकथित नामी-गिरामी 'गुरुओं' को चुप नहीं रहना चाहिए था, उन्हें सामने आकर अपनी बात रखनी चाहिए थी। ऐसी घटनाओं पर बोलना उनका कर्तव्य बनता है। बता दें कि गत 27 जुलाई को ओल्ड राजिंदर नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से वहां पढ़ाई कर रहीं दो लड़कियों एवं एक लड़के की मौत हो गई। बेसमेंट में लाइब्रेरी अवैध रूप से चलाई जा रही थी।

लोगों को अपनी गल्तियां स्वीकार करनी चाहिए -आनंद कुमार

समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में आनंद कुमार ने कहा कि लोगों को अपनी गल्तियां स्वीकार करनी चाहिए और उन्हें सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'शिक्षक के रूप में इस घटना के बारे में उन्हें पहले ही बोलना चाहिए था और अब जो खामियां हैं उन्हें ठीक करना चाहिए। जब आप मुझसे बोलने के लिए कहते हैं तो बोलना मेरा कर्तव्य बन जाता है। मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि यदि आपसे गलती हुई है तो आपको अपनी गलती सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। अपनी गलती को स्वीकार नहीं करना उचित नहीं होता है। गलती किसी से भी हो जाती है लेकिन इस गलती को सुधारना चाहिए और नियम के मुताबिक काम करना चाहिए।'

छात्रों को दी सेल्ड स्टडी करने की सलाह

सुपर 30 के संस्थापक ने 'सेल्फ स्टडी' पर जोर देते हुए कहा कि नामी-गिरामी अध्यापकों के नाम पर उनके संस्थानों में दाखिला लेने की जगह छात्रों को स्वध्याय (सेल्फ स्टडी) करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं छात्रों को संदेश देना चाहता हूं कि वे बहुत सावधानी पूर्वक इन कोचिंग संस्थानों में दाखिला लें। यह जरूरी नहीं है कि जो शिक्षक मशहूर हैं, विषय को वही अच्छी तरह से पढ़ा सकते हैं। अपना कंटेंट देखें फिर तय करें कि कौन सा शिक्षक आपके विषय को सही तरीके से पढ़ा सकता है। जिस शिक्षक के साथ आप खुद को बेहतर तरीके से कनेक्ट कर पाएं उसका चयन करें। भीड़ के साथ न जाएं।'

'ऑन लाइन कंटेंट उपलब्ध, दिल्ली आने की जरूरत नहीं'

कुमार ने आगे कहा, 'मैं यह भी चाहूंगा कि छात्र सेल्फ स्टडी पर फोकस करें। एक बार आप यदि स्वध्याय में माहिर हो जाते हैं तो सफलता से आपको कोई नहीं रोक सकता।' सुपर 30 के संस्थापक ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि देश में बहुत से ऐसे कोचिंग सेंटर हैं जो अपने फैकल्टी के बारे में गलत जानकारियां देते हैं। उन्होंने केंद्र एवं राज्य सरकारों से एक सेंटर बनाने की मांग की जहां छात्रों की समस्याओं का हल निकाला जा सके। कुमार ने दावा किया कि आने वाले 10 से 15 सालों में 90 फीसदी ऑफ लाइन सेंटर खत्म हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज ऑन लाइन इतना कंटेंट उपलब्ध है कि छात्रों को अपना गांव और कस्बा छोड़कर दिल्ली आने की क्या जरूरत है, वह इसे समझ नहीं पाते।

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आलोक कुमार राव author

करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें

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