कोरोना के बढ़ते मामलों पर सुप्रीम कोर्ट की नजर, वकीलों को वर्चुअली पेश होने की छूट

देश में आज कोरोना के 4400 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों को हाइब्रिट मोड में सुनवाई के लिए पेश होने की छूट दे दी है।

Supreme Court

सुप्रीम कोर्ट

Supreme Court: देश में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है। कोर्ट ने वकीलों को सुनवाई के दौरान वर्चुअली पेश होने की छूट दी है। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि हमें अखबारों से पता चला है कि देश में कोरेाना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, इसलिए वकील वर्चुअली कोर्ट में पेश हो सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को काफी अहम माना जा रहा है। यह आदेश वकीलों के लिए भी राहत भरा है, क्योंकि यह ऐसे समय पर आया है, जब देश में एक दिन में कोरोना मामलों में 46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। बता दें, देश में आज 4435 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं।

पहली और दूसरी लहर के दौरान भी वर्चुअली चला था कोर्टबता दें, इससे पहले कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान भी कोर्ट बंद नहीं हुए थे। ये वर्चुअल मोड पर चले थे। उस समय मामलों की सुनवाई हाइब्रिड मोड पर की गई थी। एक बार फिर से बढ़ते मामलों को देखते हुए वकीलों को हाइब्रिट मोड पर सुनवाई के लिए उपस्थित होने की छूट दी गई है।

163 दिन बाद आए सबसे ज्यादा मामलेदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर होती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक करीब 163 दिन बाद देश में 4400 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। इससे पहले 25 सितंबर को 4777 मरीज सामने आए थे। इसके अलावा कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है। एक दिन में देश में कोरोना से 15 लोगों की मौत हुई है। वहीं अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां संक्रमण खतरनाक होता जा रहा है। दिल्ली में एक दिन में 521 नए कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। यह संख्या 27 अगस्त के बाद सबसे ज्यादा है। राजधानी में अब संक्रमण दर 15 प्रतिशत के पार पहुंच गई है।

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