Indian Navy: नौसेना में शामिल हुआ सर्वे पोत INS Sandhyak, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कमीशनिंग समारोह को किया संबोधित

Indian Navy: आईएनएस संधायक शनिवार को औपचारिक रूप से भारतीय नौसेना में शामिल हो गया। पोत के कमीशनिंग समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार मौजूद हैं।

भारतीय नौसेना में शामिल हुआ आईनएस संधायक

Indian Navy: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार के साथ शनिवार को विशाखापत्तनम में नौसेना डॉकयार्ड में आईएनएस संध्याक को शामिल किया। आईएनएस संधायक के कमीशनिंग समारोह में भाग लेने के लिए सुबह-सुबह विशाखापत्तनम पहुंचे रक्षा मंत्री को उनके आगमन पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। रक्षा मंत्री ने कमीशनिंग समारोह को संबोधित करते हुए सुरक्षा और व्यापार के मामले में भारतीय नौसेना की शक्ति और कौशल पर प्रकाश डाला। राजनाथ सिंह ने कहा, "अगर मैं हमारी नौसैनिक शक्ति के बारे में बात करूं तो भारतीय नौसेना इतनी मजबूत हो गई है कि हम हिंद महासागर और हिंद प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा के मामले में पहले उत्तरदाता बन गए हैं। अगर हम वैश्विक व्यापार के बारे में बात करते हैं, तो हिंद महासागर वैसे भी एक हॉटस्पॉट के रूप में गिना जाता है।

तस्करी में शामिल लोगों को नहीं बर्दाश्त किया जाएगा- राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अदन की खाड़ी, गिनी की खाड़ी आदि जैसे कई चोक प्वाइंट हिंद महासागर में हैं, जहां से बड़ी मात्रा में अंतरराष्ट्रीय व्यापार होता है। इन चोक प्वाइंट पर कई खतरे बने रहते हैं, लेकिन सबसे बड़ा खतरा जो बना रहता है, वह है समुद्री डाकू का है। रक्षा मंत्री ने समुद्री डकैती और तस्करी के प्रति भारत की असहिष्णुता को भी दोहराया और कहा, "मैं फिर से कहूंगा कि समुद्री डकैती और तस्करी में शामिल लोगों को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यह नए भारत की प्रतिज्ञा है।"

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि "हमने हाल ही में 80 मछुआरों को बचाया है, यह हमारी भारतीय नौसेना की मंशा और शक्ति है। हमारी बढ़ती शक्ति का उद्देश्य हिंद महासागर और भारत-प्रशांत क्षेत्र में अवैध और अनियमित मछली पकड़ने को रोकना है। भारतीय नौसेना की बढ़ती शक्ति इस क्षेत्र में नशीले पदार्थों और मानव तस्करी को भी रोकेंगी।

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