लालू और RJD के खिलाफ नहीं बोलेंगे तो मोदी जी दाल रोटी छीन लेंगे, तेज प्रताप यादव ने जेपी नड्डा पर साधा निशाना

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पटना में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। खासकर आरजेडी और लालू प्रसाद यादव व उनके परिवार को टारगेट किया। इस पर लालू के बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने हमारे खिलाफ नहीं बोलेंगे तो नड्डा से मोदी जी दाल रोटी छीन लेंगे।

Tej Pratap Yadav, JP Nadda, RJD

तेज प्रताप यादव ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पर निशाना साधा

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पटना दौरे पर गए और वहां उन्होंने चारा घोटाले के कई मामलों में लालू प्रसाद की सजा का भी जिक्र किया और कहा कि आरजेडी प्रमुख के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे एवं बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को हाल ही में एक अन्य भ्रष्टाचार मामले में जमानत मिली है। इस पर बिहार सरकार में मंत्री और लालू के बेटे तेज प्रताप यादव ने तंज कसते हुए कहा कि जब तक वे हमारी पार्टी पर निशाना नहीं साधेंगे तब तक उनका पेट नहीं चलेगा। मोदी जी दाल रोटी छीन लेंगे इसलिए बोल रहे हैं। वे अपने दम पर हार भी रहे हैं। बजरंग बली का गदा लेकर अमित शाह और बाकी सब घूम रहे थे, वही गदा इन्हें लग गया। ऐसा न हो कि ये गदा फिर लग जाए। मोदी जी भी यहां आएं, वे भी चक्कर लगाएं, हार कर जाएंगे। क्षेत्रीय पार्टी कैसे खत्म हो जाएगी?

गौर हो कि बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने पांच अक्टूबर को पटना दौरे पर गए थे। वहां उन्होंने आरजेडी और महागठबंधन में शामिल पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। खासकर आरजेडी और लालू प्रसाद व उनके परिवार के सदस्यों को टारगेट किया। नड्डा ने कांग्रेस पर मंडल आयोग की सिफारिशों को सालों तक दबाए रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी पार्टी ने अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए काम किया है। नड्डा ऐसे समय में बिहार के दौरे पर गए जब राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने हाल ही में जाति आधारित सर्वे रिपोर्ट जारी की जिसमें यह बात सामने आई कि राज्य की कुल आबादी में 60 प्रतिशत से अधिक आबादी अन्य पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग की है।

बीजेपी पर अक्सर उच्च जाति समर्थक होने का आरोप विपक्ष लगाता है। बिहार में जाति आधारित सर्वे के निष्कर्षों के आलोक में अन्य पिछडा वर्ग (OBC) और अति पिछड़ा वर्ग (EBC) के देशभर संभावित रूप से एकजुट होने की अटकलों के बीच नड्डा ने संबोधन के दौरान रेखांकित किया कि राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों में पार्टी सदस्यों की एक बड़ी संख्या पिछड़े वर्ग से आती है। उन्होंने कहा कि बिहार ने पहली बार दिवंगत समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार के तहत ओबीसी के लिए आरक्षण दिया गया था जिसमें जनसंघ (भाजपा की पूर्ववर्ती) एक हिस्सा था।

भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट दबाने का फैसला किया और जब तक वीपी सिंह ने बीजेपी की मदद से सरकार नहीं बनाई तब तक इसकी सिफारिशें लागू नहीं की गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) जिसमें लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख सहयोगी थी, लगातार दो बार सत्ता में रहा, लेकिन ओबीसी के लिए राष्ट्रीय आयोग को तब तक संवैधानिक दर्जा नहीं दिया गया जब तक कि नरेन्द्र मोदी ने केंद्र में अपनी सरकार नहीं बनाई।

कांग्रेस और राजद दोनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू (जनता दल यूनाइटेड) के गठबंधन सहयोगी हैं तथा तीनों दलों ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नड्डा ने चारा घोटाले के कई मामलों में लालू प्रसाद की सजा का भी जिक्र किया और कहा कि राजद प्रमुख के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को हाल ही में एक अन्य भ्रष्टाचार मामले में जमानत मिली है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश भर के केंद्रीय विद्यालयों में चार लाख ओबीसी को प्रवेश दिया गया है। उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं से गरीबों को लाभ हुआ है। इज्जत घरों (शौचालय) से ग्रामीण महिलाओं की गरिमा बहाल हुई है। उन्होंने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि मोदी गरीबी को जाति का एक रूप मानते हैं। मोदी सरकार ने 12 करोड़ गरीब लोगों को मध्यम आय वर्ग में प्रवेश दिलाने में मदद की है। यह मेरा दावा नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़े यह बताते हैं। भाजपा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पिछले पांच वर्षों में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले लोगों की संख्या देश की आबादी के एक प्रतिशत से भी कम रह गई है।

नड्डा ने अपने भाषण में यह कहने के लिए बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी की सराहना की कि पार्टी अब दूसरों को अपने कंधों पर नहीं ढोना चाहती जिसका इशारा परोक्ष तौर पर नीतीश कुमार की ओर था जिन्होंने पिछले साल राजग का साथ छोड़ दिया था। भाजपा प्रमुख नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अगले साल राज्य की सभी 40 लोकसभा सीटें जीतने के साथ-साथ 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के अकेले दम पर सरकार बनाने के लिए काम करने का आह्वान किया।

नड्डा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संप्रग की उसके नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कार्यकाल के दौरान महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने में विफलता के लिए भी आलोचना की और दावा किया कि मोदी सरकार ने इसके लिए संसद की मंजूरी हासिल कर ली है और इसे 2027 के बाद राज्य विधानसभाओं और 2029 में लोकसभा में लागू किया जाएगा।

नड्डा ने नेहरू-गांधी परिवार की चौथी पीढ़ी के साथ गठबंधन करने के लिए नीतीश कुमार और लालू प्रसाद की निंदा की जिसके खिलाफ जयप्रकाश नारायण ने लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने लालू प्रसाद को आपातकाल के दौरान ‘मीसा’ के तहत उनकी हिरासत की याद दिलाते हुए कहा कि यही कारण था कि राजद प्रमुख ने अपनी सबसे बड़ी बेटी का नाम ‘मीसा’ रखा था।

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रामानुज सिंह author

रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। वह बिजनेस टीम में ...और देखें

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