गर्मी की मार कब तक...मई में ही 49 डिग्री पार कर गया तापमान, अभी तो जून बाकी है, IMD ने भी दिया अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हीटवेव का दौर जारी रहने का अनुमान जताया है। आईएमडी ने सोमवार को पूर्वानुमान लगाया कि जून में देश के अधिकांश राज्यों में लू का दौर बदस्तूर जारी रहेगा।

heatwave in India

हीटवेव से अभी राहत नहीं

Heatwave Conditions Will Continue: उत्तर भारत के राज्यों में प्रचंड गर्मी ने इस कदर कहर मचाया कि जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों गर्मी ने रौद्र रूप अपना लिया है। कहीं-कहीं तापमान 48-49 डिग्री तक पहुंच गया है। हालात ये हैं कि दिन भर लू के थपेड़े तो चल ही रहे हैं, रात में भी राहत नहीं है। दोनों ही वक्त पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। इन राज्यों में कई जगहों पर तापमान ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मई के बाद जून में भी गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

हीटवेव रहेगी जारी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भी हीटवेव जारी रहने का अनुमान जताया है। आईएमडी ने सोमवार को पूर्वानुमान लगाया कि जून में देश के अधिकांश राज्यों में लू का दौर बदस्तूर जारी रहेगा। आईएमडी ने कहा, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों को छोड़कर, जहां सामान्य से सामान्य से नीचे तापमान होने की संभावना है, जून में देश के अधिकांश हिस्सों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।
आईएमडी के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले महीने के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों और मध्य भारत के आसपास के इलाकों में सामान्य से ऊपर हीटवेव चलने की संभावना है। जून में देश के अधिकांश हिस्सों में मासिक न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक होने की संभावना है। हालांकि, उत्तर पश्चिम भारत के अंदरुनी उत्तरी भागों और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य और सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।

27 मई का तापमान

  • बाड़मेर, राजस्थान - 49 डिग्री सेल्सियस
  • बीकानेर, राजस्थान - 48.6 डिग्री सेल्सियस
  • फलौदी राजस्थान- 49.4 डिग्री सेल्सियस
  • मुंगेशनगर, दिल्ली - 48.3 डिग्री सेल्सियस
  • नजफगढ़, दिल्ली - 48.1 डिग्री सेल्सियस
  • झांसी, यूपी - 48.1 डिग्री सेल्सियस
  • ऊना, हिमाचल प्रदेश - 44.4 डिग्री सेल्सियस
  • नारनौल, हरियाणा - 47 डिग्री सेल्सियस
  • फरीदकोट, पंजाब - 47.4 डिग्री सेल्सियस
  • बठिंडा, पंजाब - 48.4 डिग्री सेल्सियस

आईएमडी का 6 राज्यों के लिए अलर्ट

आईएमडी ने छह राज्यों में गंभीर गर्मी की स्थिति की भविष्यवाणी की है। यानी भारत के उत्तरी मैदानी इलाकों में गर्मी जारी रहेगी। आईएमडी के नवीनतम मौसम बुलेटिन के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 28 मई तक तापमान में वृद्धि जारी रहेगी। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में 30 मई तक और मध्य प्रदेश और जम्मू में 29 मई तक लू चलने की आशंका है। गुजरात और बिहार में 31 और 28 मई तक गर्म और आर्द्र मौसम की स्थिति बनी रहने की संभावना है।

दो बार चला हीटवेव का दौर

मई में भारत का अधिकांश हिस्सा असहनीय लू झेल रहा है। देश को दो बार लू का दौर चला। दिल्ली-एनसीआर, दक्षिण हरियाणा और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और पंजाब में 17 मई के बाद पांच-सात दिनों तक हीटवेव देखी गई, जिसमें पारा 44-48 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया। दिल्ली के नजफगढ़ में तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। राजस्थान और गुजरात 9-12 दिनों तक लू से सबसे अधिक प्रभावित रहे, जहां कुछ जगहों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया और कई दिनों तक बना रहा। सोमवार को फलौदी में तापमान 49.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 25-26 मई के आसपास रिकॉर्ड तापमान के साथ असम में भी लू चली।

जून महीना होगा और भी होगा गर्म

मई में पांच पश्चिमी विक्षोभों ने पश्चिमी हिमालय को भी प्रभावित किया, लेकिन उनमें से केवल दो ही सक्रिय थे। ये अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय तूफान हैं, जो उत्तर पश्चिम भारत में बारिश लाते हैं। इसलिए 15 मई के बाद उत्तरी मैदानी इलाकों में मौसम ज्यादातर शुष्क रहा। हालांकि इस सप्ताह के अंत में कुछ अस्थायी राहत मिल सकती है, लेकिन कुल मिलाकर जून के और अधिक गर्म होने की उम्मीद है और राज्यों में कम से कम चार-छह दिनों की गर्मी बढ़ जाएगी। कुल तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा और उत्तर पश्चिम भारत के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में बारिश सामान्य से कम हो सकती है, जहां 15 जून के बाद मानसून दस्तक देता है। भारत के अधिकांश हिस्सों में जून में कुल तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा।

बुजुर्गों और बीमार लोगों को रहना होगा अलर्ट

आईएमडी ने यह भी चेतावनी दी है कि हीटवेव के दौरान, बुजुर्गों और स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को गर्मी से संबंधित बीमारियों के जोखिम का सामना करना पड़ता है। लंबे समय तक अत्यधिक गर्मी से शरीर पर दबाव पड़ता है और निर्जलीकरण होता है। अधिकारियों को शीतलन केंद्र खोलकर, सलाह जारी करके सक्रिय रूप से कार्य करना चाहिए। हीटवेव के दौरान लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए ये कदम महत्वपूर्ण हैं। हीटवेव के दौरान सुरक्षित रहने के लिए लोगों को हाइड्रेटेड रहना होगा, अधिकतम ठंडे वातावरण में रहना होगा और अत्यधिक गर्मी के दौरान अधिक गतिविधियों से बचना होगा।
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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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