'शासकों को खुश करने के लिए लिखे गए इतिहास से निजात पाने का आ गया समय', गृह मंत्री शाह का बड़ा बयान

Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली में 'जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख: सातत्य और संबद्धता का ऐतिहासिक वृत्तांत' पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में कहा कि दुनिया में एकमात्र भारत ही जियोकल्चर देश है। भारत को समझने के लिए भारतीय दृष्टिकोण की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग पहले भी था, आज भी है और आगे भी रहेगा। इसको कोई कानून की धारा से अलग नहीं कर सकता है।

Amit Shah

गृह मंत्री अमित शाह (फोटो साभार: @AmitShah)

Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को दिल्ली में 'जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख: सातत्य और संबद्धता का ऐतिहासिक वृत्तांत' पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में कहा कि दुनिया में एकमात्र भारत ही जियोकल्चर देश है। भारत को समझने के लिए भारतीय दृष्टिकोण की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि शासकों को खुश करने के लिए लिखे गए इतिहास से निजात पाने का समय अब आ गया है।

अमित शाह ने क्या कुछ कहा?

उन्होंने कहा कि देश के हर कोने का इतिहास हजारों साल पुराना है। हर कोने से दुनिया भर की सभ्यताओं को कुछ न कुछ देने के लिए कई गतिविधियां हुई हैं। मगर हमारी गुलामी के कालखंड में हमारी प्रजातीय आत्मविश्वास तोड़ने के क्रम में इसको विस्मृत कराने के ढेर सारे प्रयास हुए।

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उन्होंने कहा कि एक मिथक चलाया गया कि देश कभी एक था ही नहीं और ढेर सारे लोगों ने इस असत्य को स्वीकार किया। जब हम इसके मूल में जाते हैं तो हमें मालूम होता है कि अंग्रेजों के जमाने में लिखे गए इतिहास में देश की व्याख्या ही गलत हुई। एक प्रकार से देखें तो दुनिया भर के देशों का अस्तित्व जियोपॉलिटिकल है, जो किसी युद्ध से या किसी समझौते से जन्में हैं, लेकिन पूरी दुनिया में एकमात्र भारत ऐसा देश है, जो जियो कल्चर देश है जिसकी बाउंड्रीज का संस्कृति से निर्माण हुआ है।

अमित शाह ने कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी, गंधार से लेकर उड़ीसा तक और बंगाल से लेकर गुजरात तक पूरे देश में आप कहीं भी घूम लीजिए हम संस्कृति से जुड़े हुए हैं। इस देश की व्याख्या वो नहीं कर सकते हैं जिनके मन में देश की कल्पना जियोपॉलिटिकल है, बल्कि इस देश को वही समझ सकता है जिसके मन में भू-सांस्कृतिक देश की कल्पना सिद्ध हुई है। भारत को समझने का प्रयास तभी सच्चा हो सकता है जब हम जियोकल्चर देशों की परिभाषा को समझेंगे। संस्कृति भी देश बनाती है।

कश्मीर को लेकर क्या कुछ बोले शाह

इस दौरान अमित शाह ने कश्मीर और लद्दाख का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में फैली भारत की 10,000 साल पुरानी संस्कृति कश्मीर में मौजूद थी। जब 8000 साल पुरानी किताबों में कश्मीर और झेलम का जिक्र है,तो कोई भी इस पर टिप्पणी नहीं कर सकता कि कश्मीर किसका है। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग पहले भी था, आज भी है और आगे भी रहेगा। इसको कोई कानून की धारा से अलग नहीं कर सकता है। इसे अलग करने की कोशिश भी की गई थी, लेकिन समय ने उस धारा को ही हटा दिया।

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इतिहासकारों से शाह ने की अपील

उन्होंने कहा कि इतिहास यहां पर बैठकर नहीं लिखा जाता है, बल्कि लोगों के बीच जाकर इसको समझना पड़ता है। उन्होंने कहा कि शासकों को खुश करने के लिए लिखे गए इतिहास से निजात पाने का समय अब आ गया है। भारत के इतिहासकारों को इस कार्यक्रम के माध्यम से अपील करना चाहता हूं कि आत्मविश्वास, तत्थों, प्रमाणों के साथ हजारों साल पुराने अपनी संस्कृति के इतिहास को अपनी दृष्टिकोण के साथ लिखे और दुनिया के सामने गौरव के साथ प्रस्तावित करें।

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अनुराग गुप्ता author

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