देशभर के अपराधी क्यों पहुंचे दिल्ली, तिहाड़ जेल जाने के लिए आखिर होड़ क्यों मचाए हैं कैदी?
Tihar Jail Prisoners Queues: कोरोना के दौरान जेल से भीड़ को कम करने के लिए कई कैदियों को पेरोल या जमानत पर रिहा किया गया था। इसके बाद से ये कैदी बाहर थे। सुप्रीम कोर्ट ने इन कैदियों को दोबारा सरेंडर करने के लिए 15 दिन का समय दिया था।
तिहाड़ जेल
दरअसल, कैदियों की इस लंबी लाइन के पीछे सुप्रीम कोर्ट का एक अल्टीमेटम है, जिसकी समयसीमा आज यानी 8 अप्रैल को खत्म हो रही है। ऐसे में पुलिसिया सख्ती से बचने किे लिए देशभर के अपराधी तिहाड़ जेल के बाहर जमा हो गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 15 दिन में सरेंडर करने का दिया था आदेशबता दें, कोरोना की पहली लहर के दौरान संक्रमण का खतरा कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कई कैदियों को जमानत या पैरोल पर रिहा किया था। ऐसा जेल से भीड़ को कम करने के लिए किया गया था। ये कैदी पिछले दो से तीन साल से जेल से बाहर चल रहे थे। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी कैदियों को सरेंडर करने का आदेश दिया था। उन्हें 15 दिन का समय दिया गया था, जिसकी समयसीमा आज खत्म हो रही है।
चार हजार से ज्यादा कैदी हुए थे रिहाकोरोना की पहली लहर को दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चार हजार से ज्यादा कैदियों को पेरोल या जमानत पर रिहा किया गया था। अप्रैल 2020 के आदेश के मुताबिक, 4683 कैदियों की रिहाई की गई थी। इसमें 1184 कैदी दोषी करार दिए गए थे, जबकि अन्य विचाराधीन कैदी थे। अब जब सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिया गया अल्टीमेटम खत्म हो रहा है तो ये कैदी सरेंडर करने के लिए तिहाड़ जेल के बाहर पहुंच गए हैं। जेल के बाहर कैदियों की एक लंबी लाइन देखी गई है और वे अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
मैं इस वक्त टाइम्स नाउ नवभारत से जुड़ा हुआ हूं। पत्रकारिता के 8 वर्षों के तजुर्बे में मुझे और मेरी भाषाई समझ को गढ़ने और तराशने में कई वरिष्ठ पत्रक...और देखें
Jhansi: झांसी में NIA की छापेमारी, हिरासत में मदरसा टीचर मुफ्ती खालिद, विरोध में उतरे स्थानीय लोग
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे छत्तीसगढ़ का 3 दिवसीय दौरा, नक्सल अभियानों में शहीद हुए जवानों को देंगे श्रद्धांजलि
लोकसभा में क्या कुछ होने वाला है बड़ा? 13-14 दिसंबर के लिए BJP और कांग्रेस ने सांसदों को जारी किया व्हिप
राज्यसभा में विपक्ष के बोलने का अधिकार और विचारों की अभिव्यक्ति का हनन आम बात, बिफरे मल्लिकार्जुन खरगे
क्यों डिप्टी सीएम बनने के लिए तैयार हुए थे देवेन्द्र फडणवीस? इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव के मंच पर खुद किया खुलासा
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited